धड़ाधड़ खुल रहीं मीट की दुकानें, बैठक में हंगामा

पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्वास्थ्य समिति की बैठक में पार्षदों ने मांस की दुकानों को लेकर जमकर हंगामा किया। पार्षदों की शिकायत थी कि एक तो जगह-जगह बिना लाइसेंस के अवैध रूप से दुकानों चल रही हैं वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन जो लाइसेंस दिए जा रहे हैं उसमें

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 Jul 2018 09:15 PM (IST) Updated:Mon, 16 Jul 2018 09:15 PM (IST)
धड़ाधड़ खुल रहीं मीट की दुकानें, बैठक में हंगामा
धड़ाधड़ खुल रहीं मीट की दुकानें, बैठक में हंगामा

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली: पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्वास्थ्य समिति की बैठक में मीट की दुकानों के मुद्दे पर पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि एक तरफ जगह-जगह बिना लाइसेंस के अवैध रूप से दुकानें चल रही हैं, वहीं दूसरी तरफ जो ऑनलाइन लाइसेंस दिए जा रहे हैं, उसमें नियमों को ताक पर रखा जा रहा है। 10-10 फीट की गलियों में भी इन दुकानों के लिए लाइसेंस दिए जा रहे हैं। इससे इलाके का माहौल खराब हो रहा है। बैठक में पार्षदों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर और भी कई तरह के सवाल उठाए।

समिति के चेयरमैन सचिन शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में पांडव नगर के पार्षद गो¨वद अग्रवाल ने कहा कि निगम अधिकारियों ने 10-10 फीट की गलियों में मीट की दुकानों का लाइसेंस दे दिया है। मंडावली में इसी तरह लाइसेंस दिए गए हैं, जिसका भारी विरोध हो रहा है। हाल में ही मंडावली में मीट की दुकान खुलने के विरोध में महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया था। यह चिंतानजक विषय है। ऑनलाइन लाइसेंस देने में भी नियमों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। मीट की दुकानों का लाइसेंस उन्हीं सड़कों पर मिलना चाहिए, जिसकी चौड़ाई कम से कम 60 फीट हो। इस मामले में नियमों में बदलाव किया जाना चाहिए। कमेटी के चेयरमैन सचिन शर्मा ने पार्षदों की शिकायतों पर ध्यान देने के लिए अधिकारियों से कहा। दुकानों के बाहर काटे जाते हैं जानवर : अंजू

विश्वास नगर की पार्षद अंजू कमलकांत ने कहा कि उनके वार्ड में बड़े पैमाने पर मीट की अवैध दुकानें चल रही हैं। दुकानों के बाहर जानवरों को काटा जाता है। इससे वहां से गुजरना मुश्किल हो जाता है। घड़ोली के पार्षद दीपक मल्होत्रा ने कहा कि निगम अधिकारी मीट की दुकानें वैसी जगहों पर भी खोलने के लिए लाइसेंस दे रहे हैं, जहां पहले से ही इसका विरोध हो रहा होता है। इसलिए दुकान खोलने से पहले आरडब्ल्यूए से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य करना चाहिए। बैठक में ये मुद्दे भी उठाए गए

विनोद नगर की पार्षद गीता रावत ने कहा कि उनके वार्ड में बड़े पैमाने पर सोडा बेचने वाली दुकानें खुल गई हैं। इनकी जांच कराई जानी चाहिए, ताकि यह पता चल सके कि ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो नहीं है। नेहरू विहार के पार्षद ताहिर हुसैन ने कहा कि मोबाइल डिस्पेंसरी वैन कब आती है और कब चली जाती है, इसका पता ही नहीं चल पाता है। कम से कम पार्षद को तो इसकी जानकारी होनी चाहिए, ताकि जनता को बताया जा सके। वहीं, प्रीत विहार की पार्षद बबीता खन्ना ने अपने वार्ड में अवैध रूप से लगने वाली रेहड़ियों से जाम का मुद्दा उठाया।

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