डीएसजीपीसी के शिक्षण संस्थानों में नौकरी के लिए पंजाबी अनिवार्य

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) एवं उससे संबंधित शिक्षण स

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Feb 2018 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 02 Feb 2018 08:03 PM (IST)
डीएसजीपीसी के शिक्षण संस्थानों 
में नौकरी के लिए पंजाबी अनिवार्य
डीएसजीपीसी के शिक्षण संस्थानों में नौकरी के लिए पंजाबी अनिवार्य

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) एवं उससे संबंधित शिक्षण संस्थानों में नौकरी का आवेदन करने वालों के लिए पंजाबी भाषा का ज्ञान अनिवार्य कर दिया गया है। कमेटी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है। उन्होंने कंप्यूटरों में पंजाबी फांट की उपलब्धता, कर्मचारियों को टाइपिंग की जानकारी एवं आपसी पत्र व्यवहार पंजाबी भाषा में करना को कहा है।

कमेटी के आइटी विभाग के प्रभारी विक्रम सिंह रोहिणी ने कमेटी अध्यक्ष के कदम को पंजाबी भाषा के हित में उठाया गया बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी कंप्यूटरों में पंजाबी फांट उपलब्ध कराने के लिए आइटी विभाग काम शुरू कर देगा। नौकरी के लिए आवेदन करने वालों को कमेटी से पंजाबी लिखने, पढ़ने एवं बोलने का कमेटी प्रमाणपत्र लेना होगा।

उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा में डिप्लोमा (ज्ञानी) करने के लिए कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। उन्होंने दिल्ली पंजाबी अकादमी एवं दिल्ली सरकार से भी पंजाबी भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पंजाबी भाषा को खत्म करने की साजिश कर रही है। इसके खिलाफ कमेटी संघर्ष कर रही है जबकि पंजाबी अकादमी अब सिर्फ महंगे कलाकारों के जरिये भीड़ एकत्र कर सियासी प्रचार करने का माध्यम बन गई है।

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