रेवाड़ी को सीएम मनोहर की सौगात, मनेठी गांव में बनेगा AIIMS

हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने के बाद शनिवार को मनोहर लाल खट्टर चौथी बार रेवाड़ी जिले के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने रेवाड़ी के मनेठी गांव को सौगात देते हुए AIIMS की स्थापना का एलान किया। AIIMS के अलावा रेवाड़ी में

By Test1 Test1Edited By: Publish:Sat, 04 Jul 2015 02:48 PM (IST) Updated:Sat, 04 Jul 2015 03:19 PM (IST)
रेवाड़ी को सीएम मनोहर की सौगात, मनेठी गांव में बनेगा AIIMS

रेवाड़ी। हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने के बाद शनिवार को मनोहर लाल खट्टर चौथी बार रेवाड़ी जिले के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने रेवाड़ी के मनेठी गांव को सौगात देते हुए AIIMS की स्थापना का एलान किया। AIIMS के अलावा रेवाड़ी में 500 करोड़ रुपये बाईपास बनाने पर भी खर्च किए जाएंगे। खट्टर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विवाद को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा।

इतिहास में बावल

आजादी से पहले बावल नाभा स्टेट के अधीन जिला सरकार का दर्जा रखता था, लेकिन कभी सरकार का चहेते रहे बावल ने आजादी के बाद खूब उपेक्षा झेली है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मुख्यमंत्री रहते यहां कांग्रेस तीन धड़ों में बंटी हुई थी। इस गुटबाजी के चलते तत्कालीन मुख्यमंत्री अपनी पहली पारी में बावल में रैली करने ही नहीं आए।

दूसरी पारी में भी बावल में रैली तब हुई जब राव इंद्रजीत सिंह के बगावती तेवर उफान पर पहुंच चुके थे। बावल को उपमंडल का दर्जा देने का श्रेय हुड्डा सरकार को ही है, लेकिन आज बावल में कोसली व रेवाड़ी जैसी ऐसी कोई विकास योजना नहीं है, जिसे पिछली सरकार की उपलब्धियों के तौर पर प्रचारित किया जा सके।

हालांकि औद्योगिक निवेश व प्रगति के मामले में बावल औद्योगिक क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय पहचान बनाने में कामयाब रहा, परंतु बावल को आइएमटी का दर्जा मिलने व अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलने में सरकार से अधिक उद्यमियों की मेहनत को ही श्रेय दिया गया।

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