प्रदूषण को लेकर केजरीवाल बोल रहे हैं झूठ : विजय गोयल

दिल्ली में फिर से ऑड-इवेन (विषम-सम) लागू करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर भाजपा सवाल उठा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने कहा कि प्रदूषण बड़ा चुनावी मुद्दा होगा और मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल लगातार इसे लेकर झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में 25 फीसद प्रदूषण कम होने की बात कर रहे हैं तो फिर वह ऑड-इवेन क्यों लागू कर रहे हैं? दरअसल वह पिछले 55 माह में प्रदूषण की समस्या हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया अब इस पर पर्दा डालने के लिए इस तरह ड्रामा कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Sep 2019 08:33 PM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2019 06:52 AM (IST)
प्रदूषण को लेकर केजरीवाल बोल रहे हैं झूठ : विजय गोयल
प्रदूषण को लेकर केजरीवाल बोल रहे हैं झूठ : विजय गोयल

राजनीति

-कहा, विधानसभा चुनाव में वायु प्रदूषण होगा बड़ा मुद्दा

-दिल्ली में सार्वजनिक वाहनों की कमी के लिए सरकार जिम्मेदार राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली

दिल्ली में फिर से ऑड-इवेन (विषम-सम) लागू करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर भाजपा सवाल उठा रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने कहा कि प्रदूषण बड़ा चुनावी मुद्दा होगा और इसको लेकर मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल लगातार झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री दिल्ली में 25 फीसद प्रदूषण कम होने की बात कर रहे हैं तो फिर वह ऑड-इवेन क्यों लागू कर रहे हैं? दरअसल उन्होंने पिछले 55 माह में प्रदूषण की समस्या हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, अब इस पर पर्दा डालने के लिए इस तरह ड्रामा कर रहे हैं।

उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के स्तर को लेकर दिए जा रहे आंकड़ों पर भी सवाल उठाया। उनका कहना है कि सरकार वर्ष 2014 से 2018 के बीच पीएम-2.5 का औसत स्तर 115 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर बता रही है जबकि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के आंकड़ों के अनुसार यह 128 है। वहीं, पीएम-10, कार्बन मोनोऑक्साइड व अन्य प्रदूषक तत्वों को लेकर वह चुप है, क्योंकि इन सभी के स्तर में कमी नहीं हुई है। वह प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी), पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने भी दिल्ली में ऑड-इवेन को प्रदूषण स्तर कम करने का कारगर उपाय नहीं माना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण यदि कुछ कम हुआ है तो उसका कारण केंद्र सरकार का काम है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा है कि दो साल में दिल्ली को प्रदूषण मुक्त किया जाएगा। वहीं, अरविद केजरीवाल यह कह रहे हैं कि नवंबर में पड़ोसी राज्यों में पराली जलने से दिल्ली में प्रदूषण होगा। उन्हें मालूम होना चाहिए कि पराली के सुरक्षित निस्तारण के लिए केंद्र सरकार ने हरियाणा और पंजाब के किसानों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए हैं।

उन्होंने कहा कि पिछली बार दो पहिया वाहनों को ऑड-इवेन से बाहर रखने को लेकर मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) में लिखकर दिया था कि दिल्ली में सार्वजनिक वाहनों की कमी है। दिल्ली सरकार को बताना चाहिए कि बसों की कमी क्यों नहीं दूर हुई? प्रदूषण कम करने को लेकर समीक्षा कमेटी के सुझाव पर भी दिल्ली सरकार ने काम नहीं किया। सरकार को पांच हजार बसें खरीदनी थी, लेकिन एक हजार बसें कम हो गई। स्मॉक फ्री टॉवर लगाने, मशीन से सड़कों की सफाई करने, रैपिड रेल चलाने, साइकिल व पैदल पथ बनाने, मेट्रो फेज-4 का काम शीघ्र पूरा करने के सुझाव दिए गए थे जिस पर कोई काम नहीं हुआ।

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