छुक-छुक करते आजाद इंजन के साथ रवाना हुई पैलेस ऑन व्हील्स

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : छुक-छुक करते हुए रेलवे की राजशाही सवारी पैलेस ऑन व्हील्स

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Nov 2018 10:05 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 10:05 PM (IST)
छुक-छुक करते आजाद इंजन के साथ रवाना हुई पैलेस ऑन व्हील्स
छुक-छुक करते आजाद इंजन के साथ रवाना हुई पैलेस ऑन व्हील्स

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

छुक-छुक करते हुए रेलवे की राजशाही सवारी पैलेस ऑन व्हील्स यात्रियों को लेकर सफदरजंग स्टेशन से रवाना हुई। पहली बार भाप के इंजन के जरिए रवाना इस राजशाही सवारी को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी ने हरी झंडी दिखाई। रेलवे ने इसके लिए भाप का ऐतिहासिक आजाद इंजन इसमें लगाया है। भाप के इंजन के साथ यह ट्रेन पटेल नगर तक गई, इसके बाद इसका इंजन बदल दिया गया।

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आजाद इंजन की ये है खासियत

इस इंजन का नाम आजाद इसलिए पड़ा क्योंकि यह वर्ष 1947 में भारत की आजादी के दौरान ही देश में लाया गया था। यह आजाद भारत का पहला इंजन था। 7200 सीरीज के भाप इंजन के साथ यह ट्रेन पहली बार चली है। अश्वनी लोहानी ने कहा कि आजाद इंजन रेलवे की एक विशेष पहचान है। उन्होंने पैलेस ऑन व्हील्स को गंतव्य पर ले जाने वाली ट्रेन ही नहीं बल्कि ट्रेन को गंतव्य बताया।

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पैलेस ऑन व्हील्स में हुए कई बदलाव

इसमें कई बदलाव किए हैं, राजस्थान टूर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की ओर से संचालित होने वाली ट्रेन को अंदर- बाहर से बहुत ही आकर्षक और मनमोहन लुक दिया गया है। अंदर बेहतरीन कारपेट, स्नानघर, सभी जगह पर एलईडी लाइट्स लगी हैं। इसमें पांच सितारा होटल की तर्ज पर बिस्तर के साथ पूरी ट्रेन में बायो टॉयलेट हैं। रेस्टोरेंट और बार को यात्रियों के लिए नए तरीके से डिजाइन किया गया है। ट्रेन में कई श्रेणी है।

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40 हजार रुपये है किराया

शाही ट्रेन में यात्रा करने के लिए प्रति व्यक्ति 40 हजार रुपये एक रात के लिए चुकाने पड़ते हैं। सात रात और आठ दिन में यह ट्रेन सफर पूरा कराती है। अक्टूबर से मार्च तक यह ट्रेन रेल ट्रैक पर होती है। यह ट्रेन सफदरजंग से जयपुर, सवाई माधवपुर, चित्तौड़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, भरतपुर व आगरा के पर्यटक स्थलों पर घुमाने के बाद वापस दिल्ली आएगी।

ट्रेन की खास बातें

- एक बार में 82 यात्रियों को सफर कराती है।

-इसमें 22 कोच और 41 केबिन हैं।

-रास्ते में लोगों को स्थानीय पयर्टन स्थलों पर घुमाने व सीट पर ही खाने की व्यवस्था होती है।

-राजस्थान पर्यटन की वेबसाइट पर जाकर इसकी टिकट बुक की जा सकती है कोट

मेरी यात्रा और भी यादगार हो गई, क्योंकि पहली बार इस ट्रेन में आजाद इंजन लगाया गया है।

शैलेंद्र, दिल्ली यह मेरे लिए ऐतिहासिक पल है हमने कभी भाप के इंजन से चलने वाली ट्रेन में सफर नहीं किया था। इस ट्रेन में सफर कर हमें काफी खुशी हो रही है। इससे हमें भारत की विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरो और इमारतों को देखने का मौका मिलेगा, जो काफी रोमांचकारी होगा।

डेविड, ब्रिटेन

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