बिसाहड़ा कांड : इकलाख की बेटी का का चौंकाने वाला सच- मसूरी से आया था मांस

मरहूम इकलाख की बेटी शाइस्ता ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने कहा कि यह मांस मसूरी से उसके एक रिश्‍तेदार लेकर आए थे।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 06 Jun 2016 12:32 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jun 2016 11:42 AM (IST)
बिसाहड़ा कांड : इकलाख की बेटी का का चौंकाने वाला सच- मसूरी से आया था मांस

नोएडा (ललित विजय)। देश की राजनीति में गुबार पैदा करने वाले बिसाहड़ा कांड पर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। घर से गोमांस की मिलने की खबर के बाद हिंसक भीड़ द्वारा जान गंवाने वाले मरहूम इकलाख की बेटी शाइस्ता ने अब चौंकाने वाला खुलासा किया है।

दादरी कांड का चौंकाने वाला सच, इकलाख के घर से मिला था गोमांस

पुलिस को दिए बयान में शाइस्ता ने घर में मांस होने की बात स्वीकार की थी। शाइस्ता ने लिखित बयान में कहा था कि उसके घर में मांस था। उसने यह भी बताया कि वह मसूरी में रहने वाले उसके जान-पहचान वाले ने भिजवाया था।

पाकिस्तान से आने के बाद इकलाख के परिवार के खिलाफ हो गया था गांव!

उल्लेखनीय है कि 28 सितंबर 2015 की रात दादरी के बिसाहड़ा गांव में गोहत्या की सूचना पर भीड़ ने कानून व्यवस्था को ताक पर रखकर इकलाख की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी और उसके बेटे दानिश को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया था।

सवालों के घेरे में पुलिस

शाइस्ता के लिखित कबूलनामे की बात सामने आने के बाद अब ग्रेटर नोएडा पुलिस सवालों के घेरे में है। पुलिस पर यह सवाल उठ रहा है कि जब मरहूम इकलाख की बेटी ने इकबालिया बयान में घर में मांस होने की बात कबूली थी। ऐसे में पुलिस मांस को जांच में शामिल करने से क्यों बचती रही?

शाइस्ता के इकबालिया बयान से ग्रामीणों में बंधी आशा

घर में मांस की बात सामने आने पर ग्रामीणोें ने संतोष जताया है। ऐसे में शाइस्ता के बयान से गांव वालों के आरोप को बल मिल रहा है।

पूर्व अधिकारी ने भी किया स्वीकार

पूर्व अधिकारी ने भी माना है कि यह बयान ग्रामीणों के पक्ष में जा सकता है। इससे आरोपियों पर लगे मामले तो कम नहीं होंगे, लेकिन इससे राहत की कुछ उम्मीद जरूर की जा सकती है।

यहां पर याद दिला दें कि ग्रेटर नोएडा के जिस बिसाहड़ा कांड को लेकर देश में असहिष्णुता-असहिष्णुता को लेकर लंबे अरसे तक गर्मागर्म बहस छिड़ी रही। पिछले दिनों इस कांड को लेकर मथुरा की फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट ने बड़ा रहस्योद्घाटन कर दिया था।

पुष्टि कर दी कि इकलाख के घर से बरामद मांस गोमांस ही था। तीन अक्टूबर 2015 को यह रिपोर्ट मथुरा की फॉरेंसिक लैब में तैयार की गई थी। लैब के सहायक निदेशक द्वारा तैयार रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में जिला प्रशासन को भेज दी गई थी। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने बंद लिफाफे में यह रिपोर्ट कोर्ट में जमा कर दी थी।

इकलाख के घर से मिले मांस को दादरी स्थित वेटनरी अस्पताल के उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की ओर से मथुरा की फॉरेंसिक लैब भेजा गया था। 29 सितंबर 2015 को भेजे गए मांस के नमूने की रिपोर्ट तीन अक्टबूर 2015 को तैयार कर ली गई थी।

रिपोर्ट में गोमांस की पुष्टि शुरू में ही कर दी गई थी, लेकिन जिले के वेटनरी विभाग ने लोगों को गुमराह किया था। जिले के वेटनरी विभाग ने घटना के बाद मांस देखकर आशंका जताई थी कि यह बकरे का है, जबकि मथुरा लैब की फोरेंसिक रिपोर्ट से सारी स्थिति साफ हो गई है। रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद ग्रामीण इकलाख पक्ष पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।

सरकार वापस ले सहायता राशि

इकलाख के घर गोमांस की पुष्टि के बिसाहड़ा गांव के लोगों ने एलान किया है कि यदि सरकार इकलाख के परिवार को दी गई सहायता राशि वापस नहीं लेती है, तो आंदोलन किया जाएगा।

जेल में बंद युवकों के परिजन का यह भी कहना है कि घटना के बाद गोहत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए वे जिले के प्रत्येक अधिकारी के आगे-पीछे घूमे थे, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई थी। इस मामले में कुल 19 लोगों के खिलाफ इकलाख की हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई। पुलिस जांच में एक आरोपी को क्लीन चिट दे दी गई। मामले में एक नाबालिग आरोपी को पिछले सप्ताह हाईकोर्ट से जमानत मिली है, जबकि 17 आरोपी अभी भी जेल में बंद हैं।

बिसाहड़ा गांव में फोर्स तैनात

एहतियात के तौर पर बिसाहड़ा गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है। हालांकि बिसाहड़ा गांव के लोगों ने समझदारी का परिचय देते हुए किसी भी तरह से कानून हाथ में लेने की बात से इन्कार किया है। यहां पर आज शाम पांच महापंचायत का ऐलान किया गया है।

सीएम तक को लिखा पत्र

बिसाहड़ा कांड मामले में जेल में बंद विशाल के पिता संजय राणा ने बताया कि 28 सितंबर के बाद दस दिन वह तहरीर लेकर जिले के आलाधिकारियों के पीछे-पीछे घूमे थे, मुख्यमंत्री को भी लिखा था, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। अभियोजन पक्ष ने बिसाहड़ा कांड के मामले में मथुरा लैब की फॉरेंसिक रिपोर्ट केस में शामिल करने से इन्कार कर दिया है। पुलिस की तरफ से कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में भी कहीं गौ हत्या का जिक्र नहीं है। इसी वजह से बचाव पक्ष के लोग शुरू से मांग कर रहे थे कि इकलाख के घर मिले मांस की रिपोर्ट सार्वजनिक होनी चाहिए।

एक नजर में जाने-कब क्या-क्या हुआ

28 सितंबर 2015 : बिसाहड़ा गांव में इकलाख की पीट-पीट कर हत्या
29 सितंबर : ऊंचा अमीरपुर में पुलिस और ग्रामीणों के बीच पथराव, फायरिग, एनटीपीसी में हुई वार्ता
30 सितंबर : इकलाख के परिवार ने गांव छोडऩे का लिया फैसला
02 अक्टूबर : सांसद असदउद्दीन ओवैसी पहुंचे इकलाख के घर
02 अक्टूबर : देर रात मंदिर पर विश्व हिंदू परिषद की सभा
03 अक्टूबर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के राहुल इकलाख के घर पहुंचे
03 अक्टूबर : रात नौ बजे की फ्लाइट से इकलाख के परिवार को लेकर लखनऊ गए आशु मलिक
04 अक्टूबर : भाजपा विधायक सोम पहुंचे बिसाहड़ा गांव, की सभा, प्रशासन को दी चेतावनी
04 अक्टूबर : प्रदेश सरकार ने इकलाख के परिजन को 45 लाख देने का किया एलान
05 अक्टूबर : हिंदू रक्षा दल के खिलाफ एफआइआर दर्ज
06 अक्टूबर : बिसाहड़ा गांव के युवक जयप्रकाश ने की आत्महत्या, पुलिस पर दबिश का लगा आरोप
06 अक्टूबर : एलआइयू ने दी बिसाहड़ा कांड की रिपोर्ट
07 अक्टूबर : साध्वी प्राची पहुंचीं बिसाहड़ा गांव, अंदर जाने से रोका गया
10 अक्टूबर : इकलाख के तीन भाइयों को मिले पांच-पांच लाख के चेक
14 अक्टूबर : इकलाख के परिवार ने छोड़ा बिसाहड़ा गांव
30 अक्टूबर : हिंदू युवा वाहिनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
26 नवंबर : इकलाख की बेटी ने दर्ज कराए बयान
05 दिसंबर : इकलाख के बेटे दानिश ने दर्ज कराए बयान
09 दिसंबर : सीबीआइ जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट गए ग्रामीण
11 दिसंबर : पुलिस की जांच में नौ नाम बयान के आधार पर शामिल
23 दिसंबर : कोर्ट में दायर हुई बिसाहड़ा कांड की चार्जशीट

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