गंदगी व अतिक्रमण से बेहाल मीना बाजार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जामा मस्जिद और लाल किला के बीच स्थित है मीना बाजार। यहां खरीदारों के अल

By Edited By: Publish:Fri, 24 Oct 2014 11:39 PM (IST) Updated:Fri, 24 Oct 2014 11:39 PM (IST)
गंदगी व अतिक्रमण से बेहाल मीना बाजार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : जामा मस्जिद और लाल किला के बीच स्थित है मीना बाजार। यहां खरीदारों के अलावा काफी संख्या में पर्यटक भी आते हैं। बाजार की हालत देखकर नहीं लगता है कि शासन-प्रशासन इसे साफ-सुथरा रखने की कोशिश कर रहा है। बाजार की सड़कों पर जगह-जगह कूड़े के ढेर की वजह से लोगों को मुंह पर रूमाल रखकर चलना पड़ता है। साफ-सफाई को लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम गंभीर नहीं है।

मेट्रो निर्माण कार्य के कारण बाजार का मुख्य द्वार कई वर्षो से बंद है। इस कारण यहां का कारोबार प्रभावित हो रहा है। स्थानीय सांसद व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की रुचि के बाद मीना बाजार समेत पुरानी दिल्ली के विकास की योजना पर काम आगे बढ़ा है, लेकिन अब भी काफी कुछ करना बाकी है।

दुकानदारों के मुताबिक बाजार में सफाई के नाम पर खानापूर्ति होती है। इस कारण दुकानों की छतों पर मलबे का ढेर लग गया है, तो पार्को में स्क्रैप पड़ा है। यह बाजार की सुंदरता पर दाग की तरह है। दुकानदारों के मुताबिक पुलिस और निगम की मिलीभगत से अवैध रूप से रेहड़ी पटरी वालों का कब्जा है। इन्हीं के बीच जेबकतरे भी सक्रिय हैं।

कुछ माह पहले जामा मस्जिद के शाही इमाम के हस्तक्षेप के बाद बाजार को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया था, लेकिन अब हालात फिर पहले जैसे होने लगे हैं। बाजार में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू तो हुआ, लेकिन पूरा नहीं हो सका। इससे बारिश के दिनों में पूरा बाजार तालाब बन जाता है।

मीना बाजार दुकानदार एसोसिएशन के महासचिव शमीम अहमद खान ने बताया कि पहले यह बाजार जामा मस्जिद के भीतर चलता था। वर्ष 1977 में इसे दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (डीडीए) द्वारा जामा मस्जिद के सामने बसाया गया। मौजूदा वक्त में बाजार में 633 दुकानें है, जिसमें कपड़े, घरेलू सामान, मोटर स्क्रैप समेत अन्य सामान बिकते हैं। वर्ष 2006 में हाई कोर्ट के फैसले के बाद यहां से करीब दो हजार अस्थायी दुकानों को हटाकर सीमापुरी, गोकुलपुरी में बसाया गया। शमीम के मुताबिक हाई कोर्ट ने तभी मीना बाजार का जिम्मा डीडीए की जगह नगर निगम को दे दिया, लेकिन इसके साथ बाजार के बुरे दिन शुरू हो गए।

मीना बाजार दुकानदार एसोसिएशन के संयोजक सरपस्त हाजी महमूद कहते हैं कि बाजार में हजारों लोग आते हैं, लेकिन पीने के पानी का कनेक्शन तक नहीं है।

--------

नगर निगम की लापरवाही से मीना बाजार गंदगी और अतिक्रमण की चपेट में है। मीना बाजार की छतों पर गंदगी पसरी है। पार्को में स्क्रैप जमा है।

शमीम अहमद खान, महासचिव, मीना बाजार शॉपकीपर एसोसिएशन

---------

साफ-सफाई के मोर्चे पर बुरा हाल है। पटरी बाजार के कारण खरीदारों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बाजार में चोरी व जेबतराशी की घटनाएं बढ़ी हैं।

-शाहिद, दुकानदार

--------

बकरीद के बाद मीना बाजार की छत से करीब 60 टन मलबा हटाया गया है। साफ-सफाई के मोर्चे पर विशेष प्रयास जारी है।

-हेमेंद्र कुमार, उपायुक्त, सिटी जोन, उत्तरी दिल्ली नगर निगम

chat bot
आपका साथी