India vs West Indies ICC CWC 2019: विराट के लिए आसान नहीं होगा कैरेबियाई टीम पर पार पाना

ICC cricket world cup 2019 वेस्टइंडीज की टीम में स्टार खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है और ये खिलाड़ी टीम इंडिया को परेशान कर सकते हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Wed, 26 Jun 2019 08:46 PM (IST) Updated:Thu, 27 Jun 2019 12:04 AM (IST)
India vs West Indies ICC CWC 2019: विराट के लिए आसान नहीं होगा कैरेबियाई टीम पर पार पाना
India vs West Indies ICC CWC 2019: विराट के लिए आसान नहीं होगा कैरेबियाई टीम पर पार पाना

अभिषेक त्रिपाठी, मैनचेस्टर। क्रिस गेल, निकोलस पूरन, इविन लुइस, शिमरोन हेटमायर और कार्लोस ब्रेथवेट.. इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने वाले ये कैरेबियाई बिग हिटर गुरुवार को भारतीय टीम के लिए ही परेशानी बन सकते हैं। वेस्टइंडीज ने भले ही विश्व कप के छह मैचों में सिर्फ एक ही अपने नाम किया हो, लेकिन उसे काबू में करने के लिए भारतीय तेज गेंदबाजों, खासतौर पर जसप्रीत बुमराह को सटीक यॉर्कर का इस्तेमाल करना होगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में कार्लोस ब्रेथवेट ने शानदार पारी खेली और वेस्टइंडीज को जीत की दहलीज पर ले गए थे। भारतीय गेंदबाजों को उनके खिलाफ भी योजना के साथ जाना होगा।

यही कारण है कि भारत के तीनों तेज गेंदबाजों मुहम्मद शमी, बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने बुधवार को सिंगल विकेट के सामने गेंदबाजी की और उनका ध्यान यॉर्कर पर ही था। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि चोट से उबर रहे भुवी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलेंगे या नहीं। शमी ने पिछले मैच में हैट्रिक ली थी। अगर भारतीय टीम कोई बदलाव करेगी तो वह गेंदबाजी में ही दिखाई देगा।

भुवी ने गेंद और मुख्य चयनकर्ता ने थामा दस्ताना : दो दिन से हो रही बारिश बुधवार को थम गई और सूरज देवता के साथ ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट स्टेडियम में पूरी भारतीय टीम के भी दर्शन हुए। जहां मुख्य चयनकर्ता और पूर्व भारतीय विकेटकीपर एमसके प्रसाद अभ्यास पिच पर बुमराह, भुवी, शमी व कुलदीप यादव को गेंदबाजी अभ्यास कराते समय पहले सहयोगी स्टाफ और बाद में विकेटकीपर का किरदार निभाते हुए नजर आए तो बल्लेबाज मैदान के बाहर नेट पर मुख्य कोच रवि शास्त्री की देखरेख में नेट गेंदबाजों के सामने बल्लेबाजी करने में व्यस्त थे। हालांकि, भारतीय कप्तान विराट कोहली अभ्यास के लिए नहीं आए। जब तीनों गेंदबाज अभ्यास पिच पर सिंगल विकेट के सामने गेंदबाजी कर रहे थे तो रिषभ विकेटकीपिंग कर रहे थे और एमएसके रिषभ से गेंद लेकर गेंदबाजों को दे रहे थे। इस दौरान बुमराह ने चार गेंदों के अंदर तीन बार 'सिंगल विकेट' गिराया, जबकि शमी ने एक बार ऐसा किया। हर बार एमएसके उस विकेट को गाड़ते हुए नजर आए। रिषभ के बाकी गेंदबाजों के साथ क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के साथ कैचिंग का अभ्यास करने के लिए जाने पर एमएसके ने खुद दस्ताना अपने हाथ में ले लिया और विकेटकीपिंग करने लगे। पाकिस्तान के खिलाफ चोटिल होने के कारण पिछले मैच में नहीं खेलने वाले भुवी इस दौरान लगातार गेंदबाजी करते रहे। दूसरे छोर पर फिटनेस एंड स्ट्रेंथनिंग कोच शंकर बासु, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फिजियो पैट्रिक फरहार्ट उनकी गेंदबाजी पर नजर रख रहे थे। अभ्यास के बाद पैट्रिक काफी देर तक भुवी से बात करते रहे। इसके बाद बासु और फरहार्ट ने उनका फिटनेस टेस्ट भी लिया। अब देखते हैं कि भुवी वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हैं या नहीं।

सेमीफाइनल और धौनी पर रहेगी नजर : लीग चरण अपने अंत की ओर बढ़ रहा है और ऐसे में भारत एक और जीत के साथ सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करना चाहेगा। वेस्टइंडीज के पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है और वह बाकी मैचों में अन्य टीमों का समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करेगी। दूसरे पावर प्ले के महत्वपूर्ण ओवरों में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की धीमी बल्लेबाजी ने टीम प्रबंधन की चिंता बढ़ा दी है। धौनी ने अफगानिस्तान के खिलाफ बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए 52 गेंद में 28 रन बनाए और इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने भी उनके रवैये पर सवाल उठाए। अगर भारतीय ओपनर रोहित शर्मा और केएल राहुल के अलावा कप्तान विराट कोहली ज्यादा देर तक विकेट पर रहते हैं तो धौनी के लिए समस्या नहीं होती है, लेकिन जब भी शुरुआती विकेट जल्दी गिरते हैं तब उनको ज्यादा गेंदें खेलनी होती हैं और यहीं से धौनी व टीम की समस्या बढ़ जाती है। वेस्टइंडीज के पास काफी तेज गेंदबाज हैं। ऐसे में धौनी को स्ट्राइक रोटेट करने में आसानी हो सकती है। पिछले मैच में अफगानिस्तान के स्पिनरों के सामने उन्हें काफी दिक्कत थी।

पंत को जगह मिलना मुश्किल : विराट कोहली और उप कप्तान रोहित शर्मा काफी अच्छी फॉर्म में हैं। केएल राहुल ने शिखर धवन की जगह को संभाल लिया है और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के बीच अच्छा संघर्ष देखने को मिल सकता है। ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या का इस्तेमाल अभी तक जरूरत के हिसाब से किया गया है। दूसरे और चौथे मैच में वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे क्योंकि हमारे शुरुआती तीन बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान के खिलाफ विजय शंकर चौथे नंबर पर उतरे और पांड्या को छठे नंबर पर उतारा गया। हालांकि कठिन परिस्थिति में वह कुछ खास नहीं कर सके। पंत को फिलहाल मौका नहीं मिलेगा और विजय शंकर ही खेलते हुए दिखाई दे सकते हैं।

सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर विंडीज : पाकिस्तान के खिलाफ शानदार शुरुआत के बावजूद वेस्टइंडीज सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो चुकी है। केकेआर के पावर हिटर आंद्रे रसेल पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर हो गए हैं। विंडीज टीम के शेल्डन कॉटरेल और ओशेन थॉमस की युवा तेज गेंदबाजी जोड़ी ने काफी प्रभावित किया है। क्रिस गेल ने बुधवार को कहा कि वह बड़ी पारी खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि उनकी पारी कितनी बड़ी होगी यह हमारी गेंदबाजी तय करेगी। उनके मध्य क्रम को कलाई के स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल की चुनौती का सामना करना होगा। वेस्टइंडीज के पास कॉटरेल, थॉमस, होल्डर, ब्रेथवेट और नर्स जैसे खतरनाक गेंदबाज हैं। थॉमस ने अपने वनडे करियर में लगभग 50 फीसद गेंदें शॉर्ट या गुड लेंथ डाली हैं। ऐसे में उनको झेलना भारत के लिए काफी मुश्किल होगा। पिछले चार मैचों में पांच विकेट लेने वाले 31 वर्षीय ऑलराउंडर रसेल की जगह शामिल अंब्रीश ने छह वनडे में 105.33 के औसत से रन बनाए हैं। वह एक शतक और अर्धशतक भी लगा चुके हैं।

नंबर गेम :

-1996 विश्व कप के बाद से भारतीय टीम का वेस्टइंडीज पर दबदबा कायम है। तब से अब तक हर बार विश्व कप में भारत ने इस टीम को धूल चटाई है।

-126 वनडे खेले गए हैं भारत और वेस्टइंडीज के बीच। इनमें से भारत ने 59 व वेस्टइंडीज ने 62 मैच जीते, दो मैच टाई रहे व तीन में कोई परिणाम नहीं निकला।

--08 वनडे खेले गए हैं भारत और वेस्टइंडीज के बीच विश्व कप में अब तक। इनमें से भारत ने पांच मैच जीते हैं जबकि वेस्टइंडीज को तीन जीत मिलीं।

--05 वनडे खेले गए हैं भारत व वेस्टइंडीज के बीच इंग्लैंड में। इनमें भारत ने तीन और वेस्टइंडीज ने दो मैच जीते।

--01 वनडे खेला गया है ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तक और उसमें भारत ने जीत हासिल की थी। वह मैच 1983 विश्व कप में भारत का पहला मैच था और उसे भारत ने 34 रन से जीता था।

--09 वनडे खेले हैं भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड में। इनमें से भारत को चार में जीत मिली, जबकि पांच मैचों में हार का सामना करना पड़ा।

--07 वनडे खेले हैं वेस्टइंडीज ने ओल्ड ट्रैफर्ड में। इनमें से दो मैच वेस्टइंडीज ने जीते, जबकि पांच में हार मिली।

विश्व कप में भारत बनाम वेस्टइंडीज

9 जून 1979 : बर्मिघम में वेस्टइंडीज नौ विकेट से जीता

9 जून 1983 : मैनचेस्टर में भारत 34 रन से जीता

15 जून 1983 : ओवल में वेस्टइंडीज 66 रन से जीता

25 जून 1983 : लॉ‌र्ड्स में फाइनल में भारत 43 रन से जीता

10 मार्च 1992 : वेलिंगटन में वेस्टइंडीज पांच विकेट से जीता

21 फरवरी 1996 : ग्वालियर में भारत पांच विकेट से जीता

20 मार्च 2011 : चेन्नई में भारत 80 रन से जीता

6 मार्च 2015 : पर्थ में भारत चार विकेट से जीता

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