वॉर्नर की ये एक गलती बहुत भारी पड़ी हैदराबाद को

क्रिकेट मैच में 'टर्निग पोइंट' तो कई स्तर पर आते-जाते हैं लेकिन अगर कोई फील्डर विरोधी टीम के सर्वश्रेष्ठ व सबसे शानदार लय में दिख रहे बल्लेबाज का कैच छोड़ दे तो ये बहुत भारी पड़ सकता है। ऐसा ही कुछ मंगलवार को शारजाह में हुआ। मामला मैच के 10वें ओवर का है। हैदराबाद के करन शर्मा के इस ओवर की चौथी गेंद पर ग्लेन मैक्सवे

By Edited By: Publish:Wed, 23 Apr 2014 10:34 AM (IST) Updated:Wed, 23 Apr 2014 04:29 PM (IST)
वॉर्नर की ये एक गलती बहुत भारी पड़ी हैदराबाद को

शारजाह। क्रिकेट मैच में 'टर्निग पोइंट' तो कई स्तर पर आते-जाते हैं लेकिन अगर कोई फील्डर विरोधी टीम के सर्वश्रेष्ठ व सबसे शानदार लय में दिख रहे बल्लेबाज का कैच छोड़ दे तो ये बहुत भारी पड़ सकता है। ऐसा ही कुछ मंगलवार को शारजाह में हुआ।

मामला मैच के 10वें ओवर का है। हैदराबाद के करन शर्मा के इस ओवर की चौथी गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल स्ट्राइक पर थे। पिछली ही गेंद पर वो छक्का जड़ चुके थे और हर बार की तरह इस बार भी मैक्सवेल ने दोबारा लंबा शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद स्ट्रेट दिशा में हवा में लटक गई। लांग ऑन दिशा से हैदराबाद के सर्वश्रेष्ठ फील्डर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेविड वॉर्नर इस कैच को पकड़ने आगे आए और समय से गेंद के नीचे पहुंच भी गए। उन्हें गेंद को देखने का भी अच्छा खासा समय मिला, लेकिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शुमार इस कंगारू ने कैच छोड़ दिया। उस समय मैक्सवेल महज 11 रन बनाकर खेल रहे थे। एक कंगारू ने ऐसे दूसरे कंगारू का कैच छोड़ा जो कि इस समय अपने फॉर्म के चरम पर है। फिर क्या था, मैक्सवेल ने इस जीवनदान को जाया नहीं जाने दिया और एक बार फिर धुआंधार पारी खेल डाली। उन्होंने 43 गेंदों में 95 रन बनाए जिसमें 9 छक्के और पांच चौके शामिल रहे। उन्हीं के दम पर पंजाब की टीम 193 के स्कोर तक पहुंची और बाद में 72 रनों से मैच जीतने में सफलता हासिल की। वो एक कैच अगर वॉर्नर पकड़ लेते तो शायद मैच की कहानी कुछ और ही होती, क्योंकि इस बार ना डेविड मिलर (10) का बल्ला चला था और ना ही जॉर्ज बैली (10) का, बस मैक्सवेल ने अकेले ही मैच का रुख तय कर दिया।

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