सबकुछ था 'दिखावा' : जानिए बैठक में कब-कब क्या हुआ?

चेन्नई। रविवार को एन श्रीनिवासन को अध्यक्ष पद से हटाने की सारी कवायद बेकार चली गई। श्रीनिवासन ने इस्तीफा नहीं दिया, लेकिन जांच तक पद से दूरी बनाए रखने की बात पर राजी हो गए। आइए जानते हैं कि उस 'दिखावे' की बैठक में कब-कब क्या हुआ?

By Edited By: Publish:Mon, 03 Jun 2013 09:13 AM (IST) Updated:Mon, 03 Jun 2013 09:14 AM (IST)
सबकुछ था 'दिखावा' : जानिए बैठक में कब-कब क्या हुआ?

चेन्नई। रविवार को एन श्रीनिवासन को अध्यक्ष पद से हटाने की सारी कवायद बेकार चली गई। श्रीनिवासन ने इस्तीफा नहीं दिया, लेकिन जांच तक पद से दूरी बनाए रखने की बात पर राजी हो गए। आइए जानते हैं कि उस 'दिखावे' की बैठक में कब-कब क्या हुआ?

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- सबसे पहले एन श्रीनिवासन ने बैठक में घरेलू और आइसीसी के साथ विचाराधीन मामले उठाए। उसके बाद उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग में शामिल तीन क्रिकेटरों और गुरुनाथ मयप्पन की सट्टेबाजी के मामले को रखा।

- श्रीनिवासन ने कार्य समिति को बताया कि संजय जगदाले और अजय शिर्के को खास तौर पर बुलाया गया है। इसके बाद उन्होंने उनके इस्तीफे नामंजूर करने की घोषणा की।

- वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने बोर्ड की विश्वसनीयता पर चिंता जताते हुए श्रीनिवासन को जांच हो जाने तक खुद को अध्यक्ष की जिम्मेदारियों से दूर रहने को कहा।

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- श्रीनिवासन ने जेटली के प्रस्ताव पर सहमति जताई।

- कार्य समिति ने जगदाले और शिर्के को इस्तीफे पर दोबारा विचार करने को कहा, लेकिन दोनों ने बोर्ड में वापस आने से इन्कार कर दिया।

- इसके बाद जगमोहन डालमिया, अनिल कुंबले, रवि सावंत, गंगा राजू, निरंजन शाह और सुधीर दाबिर ने अपने विचार बैठक में रखे।

- एक दिन के भीतर बैठक बुलाने पर बिंद्रा ने इसकी वैधता पर सवाल उठाए।

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- सदस्यों ने जेटली को कार्यभार देखने के लिए कहा, लेकिन राजनीतिक बाध्यताओं के कारण जेटली ने असमर्थता जताई।

- जेटली ने जांच खत्म हो जाने तक कार्यभार देखने के लिए शशांक मनोहर और डालमिया का नाम सुझाया।

- मनोहर के नाम पर सहमति नहीं बनी। अधिकतर सदस्यों ने कहा कि वह अभी बोर्ड में नहीं हैं। इसके बाद जेटली और अनुराग ठाकुर ने डालमिया का नाम लिया, जिस पर श्रीनिवासन ने सहमति जताई।

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- इसके बाद यह फैसला लिया गया कि श्रीनिवासन इस्तीफा नहीं देंगे, बल्कि खुद को जांच होने तक अध्यक्ष के काम-काज से अलग रखेंगे।

- डालमिया ने बोर्ड का कार्यभार देखने के लिए स्वीकृति दी।

- बिंद्रा ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि बिना किसी पद के डालमिया कैसे दिन-प्रतिदिन के फैसले लेंगे।

- कार्य समिति ने डालमिया को गुरुनाथ मयप्पन मामले की जांच करने वाले आयोग में तीसरा सदस्य नियुक्त करने की शक्ति दी।

- बिंद्रा ने सवाल उठाया तीन सदस्यीय जांच आयोग को किसने गठित किया।

- इसके जवाब में रत्‍‌नाकर शेट्टी ने कहा कि आईपीएल सचिवालय ने इस आयोग का गठन किया है, जिसमें सीईओ सुंदर रमन और पीटर ग्रिफ्थ हैं।

- बिंद्रा ने पूछा कि क्या आइसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने गुरुनाथ मयप्पन पर बीसीसीआइ को सचेत किया था।

- इस पर किसी भी बीसीसीआइ अधिकारी ने कोई पुष्टि नहीं की।

- बैठक का अंत अनुराग ठाकुर के प्रेस नोट के साथ हुआ, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया कि श्रीनिवासन इस्तीफा नहीं दे रहे हैं, बल्कि खुद को कुछ समय के लिए अध्यक्ष पद के कामकाज से अलग कर रहे हैं।

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