Exclusive: विराट की कप्तानी से मिलती है मदद- युजवेंद्र

भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को भले ही अभी देश की कप्तानी करते हुए कम ही समय हुआ है, लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का नेतृत्व करते हुए उन्होंने कई खिलाडि़यों को अपना मुरीद बना लिया है। इस आइपीएल सत्र में 15 मैचों में 23 विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ

By ShivamEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2015 08:46 PM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2015 08:51 PM (IST)
Exclusive: विराट की कप्तानी से मिलती है मदद- युजवेंद्र

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को भले ही अभी देश की कप्तानी करते हुए कम ही समय हुआ है, लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) का नेतृत्व करते हुए उन्होंने कई खिलाडि़यों को अपना मुरीद बना लिया है। इस आइपीएल सत्र में 15 मैचों में 23 विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों की सूची में ड्वेन ब्रावो और लसिथ मलिंगा के बाद तीसरे नंबर पर रहने वाले युजवेंद्र ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश-

- आइपीएल में आपका प्रदर्शन बेहतरीन रहा, अब क्या लक्ष्य है?

युजवेंद्र- इस समय मैं अभ्यास में जुटा हूं। अपनी गेंदबाजी को और पैना कर रहा हूं। इसके बाद बेंगलुरु में होने वाले टूर्नामेंट में खेलना है। फिर घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना है।

- आप आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन हरियाणा की टीम से आपको ज्यादा मौके नहीं मिलते?

युजवेंद्र- आपको पता ही होगा कि लाहली का विकेट तेज गेंदबाज के लिए मुफीद है इसलिए मुझे कम मौके मिल पाते हैं। इसके अलावा अमित (मिश्रा) भाई और जयंत यादव भी टीम के लिए अच्छा कर रहे हैं। ऐसे में तीन स्पिनरों को कभी-कभी खिलाना मुश्किल हो जाता है।

- आइपीएल में कप्तान विराट से कैसा समर्थन मिला?

युजवेंद्र- आइपीएल में मेरे अच्छे प्रदर्शन की एक वजह विराट की कप्तानी भी हैं। वह बहुत ज्यादा समर्थन करते हैं। उनका काफी महत्वपूर्ण रोल होता है। वह आपको मौका देते हैं। इसके बाद खुद ही गेंदबाज को पता होता है कि किस तरह से प्रदर्शन करना होगा। गेंदबाजी करते समय कई बार रन भी खर्च हो जाते हैं, लेकिन वह विश्वास करते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि वह डिफेंसिव नहीं होते हैं, आक्रामक रहते हैं।

- आइपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज के बावजूद आपको बांग्लादेश दौरे के लिए नहीं चुना गया?

युजवेंद्र- मेरा काम सिर्फ प्रदर्शन करना है। मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान देता हूं और उसके अलावा किसी के बारे में नहीं सोचता हूं।

- क्या टीम इंडिया आपका लक्ष्य नहीं है?

युजवेंद्र- वह तो सबका सपना होता है। हर क्रिकेटर एक न एक दिन टीम इंडिया का हिस्सा बनना चाहता है, लेकिन यह सब मेरे हाथ में नहीं है।

- आपके स्पिनर बनने के पीछे क्या कारण है?

युजवेंद्र- मुझे यह करना पसंद है। मेरी गेंदें टर्न लेती हैं। मुझे शेन वार्न पसंद हैं। वह मेरे आदर्श हैं।

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