भारतीय तेज गेंदबाज Deepak Chahar का दावा, World Cup से पहले टीम के सभी खिलाड़ियों ने हासिल कर ली है लय

भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर का कहना है कि आगामी वनडे विश्व कप में घर पर खेलने से भारतीय टीम के पास बढ़त रहेगी। सभी खिलाड़ियों का फार्म में होना टीम के लिए अच्छा है। दीपक चाहर ने कहा कि सभी गेंदबाज काफी अच्छा कर रहे हैं और सभी ने विकेट लिए हैं। हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी दिख रही है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Fri, 29 Sep 2023 11:52 PM (IST) Updated:Fri, 29 Sep 2023 11:52 PM (IST)
भारतीय तेज गेंदबाज Deepak Chahar  का दावा, World Cup से पहले टीम के सभी खिलाड़ियों ने हासिल कर ली है लय
आईपीएल के एक मैच के दौरान दीपक चाहर। फाइल फोटो

नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर का कहना है कि आगामी वनडे विश्व कप में घर पर खेलने से भारतीय टीम के पास बढ़त रहेगी। सभी खिलाड़ियों का फार्म में होना टीम के लिए अच्छा है। विश्व कप से लेकर भविष्य की योजनाओं पर दीपक चाहर से अभिषेक त्रिपाठी ने विशेष बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश:-

आप खुद तेज गेंदबाज हैं। गेंदबाजों को लगातार चोट की समस्या आती है। खास तौर पर आफ सीजन में चोट से निपटने में गेंदबाजों को क्या दिक्कत आती है?

-सिर्फ भारतीय गेंदबाज ही नहीं, बल्कि ये समस्या हर तेज गेंदबाज के साथ आती है। जब हम गेंदबाजी करते हैं तो शरीर पर काफी दबाव पड़ता है इसलिए जब भी आपको अवसर मिले तो अपनी मजबूती पर काम करना चाहिए। जो खिलाड़ी लगातार खेलते हैं, उन्हें चोट लगने की संभावना ज्यादा रहती है। जो खिलाड़ी कम खेलते हैं, उनमें चोट लगने का जोखिम कम रहता है इसलिए तेज गेंदबाजों के लिए यह जरूरी है कि आपको नियमित अंतराल पर ब्रेक मिले और अपने आप को अच्छे से तैयार कर सकें। सीधी बात है कि अगर एक मशीन को भी लगातार चलाएंगे तो वह भी जल्दी खराब हो जाएगी। तेज गेंदबाज भी एक महंगी गाड़ी की तरह होता है, जिसे आप रोजाना नहीं रगड़ सकते। आपको उसका मेंटनेंस कराना होता है।

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) की जो मेडिकल टीम है, उसके बारे में क्या कहेंगे। आप भी खुद काफी वहां रहे हैं?

-एनसीए में जो फिजियो हैं, उनका वही काम है। वहां ट्रेनर व फिजियो हमेशा बदलते रहते हैं। जो भी अनुबंधित खिलाड़ी होता है और अगर वह चोटिल होता है तो उसे वहां की प्रक्रिया के अनुसार उपचार कराना होता है।

इस बार विश्व कप वनडे प्रारूप में हो रहा है। आप टीम में नहीं हैं। अब अगला टी-20 विश्व कप वेस्टइंडीज में होना है, जहां पिच धीमी होती है। वहां की परिस्थितियां आपके अनुकूल होंगी। इस विश्व कप की टीम में नहीं होना और टी-20 विश्व कप के लिए आपके पास अवसर होगा। इसको कैसे देखते हैं?

-मुझे पिच से फर्क नहीं पड़ता। मैं आईपीएल में चेन्नई में खेलता हूं, जहां पिच धीमी होती है। किसी अन्य मैदान की तुलना में मेरे रिकार्ड वहां पर काफी बेहतर हैं। मुझे धीमी और पाटा पिच से फर्क नहीं पड़ता। मैं पूरी तरह फिट हूं। अच्छा खेल रहा हूं, पूरी तरह लय में हूं। मैं बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से टीम के लिए योगदान दे सकता हूं।

आप जो अपनी बल्लेबाजी में सुधार कर रहे हैं, उसके बारे में कुछ बताइए?

-मैं अभी से नहीं, बल्कि बहुत समय से बल्लेबाजी पर ध्यान दे रहा हूं। हाल ही में मुझे बल्लेबाजी करने का अवसर मिला तो मैंने काफी रन बनाए हैं। मैंने कोशिश करी कि अपनी बल्लेबाजी से टीम को मैच जिताऊं। मुझे आगे भी अवसर मिलेगा तो मेरी कोशिश यही रहेगी कि बल्लेबाजी से टीम की जीत में योगदान दे सकूं।

कई बार खिलाड़ी पर 'टैग' लगा दिया जाता है। एमएस धोनी आपको नई गेंद से ज्यादा गेंदबाजी कराते हैं। डेथ ओवर में कम इस्तेमाल करते हैं। इस पर क्या कहेंगे?

इस सवाल का जवाब तो धौनी ही दे सकते हैं। मैंने एक बार उनसे पूछा था तो उन्होंने कहा कि जब मैं नई गेंद से तीन ओवर डालता हूं और दो से तीन विकेट लेता हूं तो मैच वहीं हमारी ओर झुक जाता है। अगर मेरे पास विकल्प है तो मेरा इस्तेमाल क्यों न करें। धोनी डेथ में बाकी दूसरे गेंदबाजों से कराते हैं। धोनी हर खिलाड़ी को एक तय भूमिका देते हैं। पिछले वर्ष मैं आईपीएल नहीं खेला था तो धौनी ने नई गेंद से मुकेश चौधरी को वो जिम्मेदारी दी थी। अगले वर्ष जब मैं और मुकेश दोनों खेलेंगे तो हो सकता है कि मैं डेथ में ज्यादा गेंदबाजी करूं और मुकेश नई गेंद से ओवर डाले। धोनी हमेशा टीम की आवश्यकता के अनुसार ही सोचते हैं। वह गेंदबाजों को उनकी स्ट्रेंथ के अनुसार गेंदबाजी कराते हैं।

आप विश्व कप नहीं खेलोगे तो इस समय को आप कैसे इस्तेमाल करोगे। आपकी क्या योजना रहेगी?

-अभी जो भी घरेलू टूर्नामेंट होंगे। उनमें खेलना है। दो हफ्ते बाद मुश्ताक अली ट्राफी है, उसमें खेलूंगा। उसके बाद विजय हजारे ट्राफी होगी। जैसे जैसे अवसर मिलेगा, मैं खुद को आगे के लिए तैयार रखूंगा। जिस भी टूर्नामेंट में खेलने का अवसर मिलेगा, उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करूंगा।

आपको टी-20 का गेंदबाज माना जाता है। ऐसे में वनडे या टेस्ट प्रारूप में आप खुद को कैसे देखते हैं। क्या आप 50 ओवर प्रारूप के लिए पूरी तरह तैयार हैं?

-अगर आप मेरे वनडे के आंकड़े देखें तो काफी अच्छे हैं। मेरा बल्लेबाजी में 40 का औसत है और गेंदबाजी में भी करीब 21 का औसत है। वनडे प्रारूप में मैंने विकेट लेने के साथ साथ रन भी बनाए हैं। मैंने टी-20 से ज्यादा वनडे प्रारूप में परफार्म किया है। अगर कोई सोचता है कि मैं वनडे का खिलाड़ी नहीं हूं, सिर्फ टी-20 का खिलाड़ी हूं तो इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता।

यह भी पढ़ें- IPL 2024: कौन हैं मो. बोबाट, RCB ने बनाया अपना नया क्रिकेट डायरेक्टर; माइक हेसन की लेंगे जगह

एशिया कप में जब शुरू हुआ तो कुछ खिलाड़ी थे जो चोट से वापसी कर रहे थे। एशिया कप समाप्त हुआ तो अब भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है। आप एक खिलाड़ी के तौर पर विश्व कप की टीम को कैसे देख रहे हैं?

-सभी खिलाडि़यों का प्रदर्शन करना टीम के लिए काफी अच्छा है। टीम संयोजन बेहतर है। हम अपने घर पर विश्व कप खेलेंगे, हमे घरेलू दर्शकों का पूरा समर्थन मिलेगा। हमारे विश्व कप ट्राफी जीतने के पूरी संभावना है>

भारतीय टीम बुमराह, सिराज, शार्दुल और शमी है। तेज गेंदबाजी संयोजन को कैसे देख रहे हैं?

-सभी गेंदबाज काफी अच्छा कर रहे हैं और सभी ने विकेट लिए हैं। हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी दिख रही है चाहे स्पिनर की बात करें या तेज गेंदबाजों की। ये टीम के लिए काफी अच्छा है कि सभी खिलाड़ी विश्व कप से पहले लय प्राप्त कर चुके हैं।

हार्दिक पांड्या और शार्दुल ठाकुर को तेज गेंदबाजी आलराउंडर के तौर पर देखा जा रहा है। क्या आप भी खुद को सिर्फ तेज गेंदबाज के तौर पर देखना पसंद करोगे या फिर गेंदबाजी आलराउंडर के तौर पर?

- मेरा हमेशा यही प्रयास रहता है कि जब भी बल्लेबाजी का अवसर मिले तो रन बनाऊं। मैच जिताने की कोशिश करता हूं। जब भी गेंदबाजी करने का अवसर मिलता है तो कोशिश रहती है कि टीम की जीत में योगदान दूं। मैं किसी को बताकर प्रदर्शन नहीं करता। आलराउंडर होना या नहीं होना मेरे हाथ में नहीं है। मेरी कोशिश बस अच्छा प्रदर्शन करने की होती है।

यह भी पढ़ें- Irfan Pathan ने भारत को मना वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार, Sunil Gavaskar ने इस टीम को चुनकर किया सभी को हैरान

chat bot
आपका साथी