श्रीनिवासन पर खुद करे बोर्ड फैसला: सुप्रीम कोर्ट

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की आंतरिक बैठकों में पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के शामिल होने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला बीसीसीआइ पर छोड़ दिया है। मामले की सुनवाई करते हुए सोमवार को शीर्ष अदालत ने कहा कि बोर्ड खुद तय करे कि श्रीनिवासन बोर्ड की बैठक में

By ShivamEdited By: Publish:Mon, 05 Oct 2015 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 05 Oct 2015 11:40 PM (IST)
श्रीनिवासन पर खुद करे बोर्ड फैसला: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की आंतरिक बैठकों में पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन के शामिल होने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला बीसीसीआइ पर छोड़ दिया है। मामले की सुनवाई करते हुए सोमवार को शीर्ष अदालत ने कहा कि बोर्ड खुद तय करे कि श्रीनिवासन बोर्ड की बैठक में शामिल हो या नहीं। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर बार-बार अदालत का दरवाजा खटखटाने पर बीसीसीआइ को कड़ी फटकार भी लगाई।

जस्टिस टीएस ठाकुर और एफएमआइ कलीफुल्ला की पीठ ने कहा कि जनवरी में वह फैसला सुना चुका है। उस आधार पर बीसीसीआइ को खुद पता लगाना चाहिए कि श्रीनिवासन पर अब भी हितों के टकराव का मामला बनता है या नहीं। कोर्ट ने कहा, 'आप बार-बार हमारे पास क्यों आते हैं? क्या हमारे निर्णय पर ठप्पा लगवाना चाहते हैं? अगर आपने उन्हें अयोग्य करार दिया है तो आप अपने निर्णय पर कायम रहें। अगर श्रीनिवासन को आपत्ति होगी तो वह अदालत आ सकते हैं।' इसके बाद बीसीसीआइ ने अपनी याचिका वापस ले ली।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) के चेयरमैन श्रीनिवासन तमिलनाडु क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं। वह 28 अगस्त को बीसीसीआइ की वर्किग कमेटी की बैठक में हिस्सा लेने कोलकाता पहुंचे थे। इसके बाद बाद बीसीसीआइ ने बैठक को स्थगित कर दिया था। आइपीएल में अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के स्पॉट फिक्सिंग विवाद में घिरने और हितों के टकराव के कारण श्रीनिवासन को बीसीसीआइ अध्यक्ष छोड़ना पड़ा था। पूरे मामले की जांच के बाद जस्टिस लोढ़ा ने अपनी रिपोर्ट में आइपीएल की फ्रेंचाइजी टीमों चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) और राजस्थान रॉयल्स (आरआर) को निलंबित करने की सिफारिश की थी। साथ ही सीएसके के टीम प्रिंसिपल मयप्पन और आरआर के सहमालिक राज कुंद्रा को आजीवन प्रतिबंधित किया गया है। खुद बोर्ड ने भी श्रीनिवासन से एक तरह से दूरी बना ली है, लेकिन हाल में उनके बैठक में पहुंचने के बाद विवाद हो गया था। इसके बाद बीसीसीआइ ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर इस मामले में उसकी राय मांग थी।

- ठाकुर पर नरम पड़े श्रीनिवासन

इस बीच श्रीनिवासन ने बीसीसीआइ के नए अध्यक्ष शशांक मनोहर के अनुरोध पर सचिव अनुराग ठाकुर के खिलाफ दायर याचिका वापस ले ली है। श्रीनिवासन ने याचिका में अनुराग ठाकुर पर उनके खिलाफ गलतबयानी का आरोप लगाया था। ठाकुर ने कहा था कि श्रीनिवासन जबरदस्ती वर्किग कमेटी की बैठक में भाग लेने पर अमादा थे।

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