नए आइसीसी मॉडल को मंजूरी, श्रीनिवासन होंगे चेयरमैन

सिंगापुर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आइसीसी] ने बेहतर प्रशासन के लिए शनिवार को अपने ढांचे में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिससे आइसीसी के राजस्व और अधिकारों के नियंत्रण में भारत की भूमिका अहम होगी। बैठक में पारित प्रस्ताव के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड [बीसीसीआइ] के मौजूदा अध्यक्ष एन श्रीनिवासन 2014 के मध्य से आइसीसी बोर्ड के चेयरमैन होंगे, जो निर्णय लेने वाली शीर्ष इकाई होगी।

By Edited By: Publish:Sat, 08 Feb 2014 01:14 PM (IST) Updated:Sat, 08 Feb 2014 06:50 PM (IST)
नए आइसीसी मॉडल को मंजूरी, श्रीनिवासन होंगे चेयरमैन

सिंगापुर। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद [आइसीसी] ने बेहतर प्रशासन के लिए शनिवार को अपने ढांचे में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिससे आइसीसी के राजस्व और अधिकारों के नियंत्रण में भारत की भूमिका अहम होगी। बैठक में पारित प्रस्ताव के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड [बीसीसीआइ] के मौजूदा अध्यक्ष एन श्रीनिवासन 2014 के मध्य से आइसीसी बोर्ड के चेयरमैन होंगे, जो निर्णय लेने वाली शीर्ष इकाई होगी।

शनिवार को आइसीसी के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में दस पूर्णकालिक सदस्यों में से आठ ने इसका समर्थन किया, जबकि पाकिस्तान और श्रीलंका ने बैठक में भाग नहीं लिया। इस प्रस्ताव के प्रमुख बिंदुओं में कार्यकारी समिति और वित्त तथा वाणिज्यिक मामलों की समिति का गठन शामिल है, जिसमें बीसीसीआइ, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए), और इंग्लैंड तथा वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) सहित पांच सदस्य होंगे।

आइसीसी ने कहा कि एक नई कार्यकारी समिति का गठन किया जाएगा जो श्रीनिवासन की अध्यक्षता वाले आइसीसी बोर्ड को रिपोर्ट करेगी। कार्यकारी समिति के पहले अध्यक्ष सीए के वेली एडवडर्स होंगे, जबकि वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति के अध्यक्ष ईसीबी के जाइल्स क्लार्क ही बने रहेंगे। यह दोनों पहले दो साल तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे। बदलाव का यह दौर पूरा होने के बाद आइसीसी बोर्ड केचेयरमैन का चयन आइसीसी बोर्ड में से होगा और सभी पूर्णकालिक सदस्य निदेशकों को चुनाव में खड़े होने का अधिकार होगा।

प्रस्ताव के अन्य अहम बिंदुओं में खेल के प्रारंभिक रूप को बचाने के लिए टेस्ट क्रिकेट कोष का गठन शामिल है, जिसमें एसोसिएट सदस्यों को टेस्ट खेलने का मौका मिलेगा, पूर्णकालिक सदस्यों के लिए नया वित्तीय मॉडल बनाया जाएगा और एसोसिएट सदस्यों को सहयोग बढ़ाया जाएगा। आइसीसी ने यह भी कहा कि सभी पूर्णकालिक सदस्य जल्द ही द्विपक्षीय सीरीज के लिए करार करेंगे ताकि फ्यूचर टूर कार्यक्रम (एफटींपी) का व्यापक शेडयूल बनाया जा सके, जो 2023 तक के लिए होगा।

आइसीसी ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की जगह 2017 और 2021 में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन का भी फैसला किया है। आइसीसी के मुताबिक, टेस्ट क्रिकेट में चार टीमों के फाइनल्स वाला प्रारूप तैयार कर पाना संभव नहीं था जो टेस्ट क्रिकेट की आत्मा को बरकरार रख सके। प्रस्ताव में प्रमुख एसोसिएट सदस्यों को सहयोग बढ़ाने की भी बात कही गई है। आइसीसी का दावा है कि एसोसिएट और एफीलिएट देशों को सीधे मिलने वाले कोष में इजाफा किया जाएगा। उनके लिए टूर्नामेंटों के आयोजनों के अलावा कई सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। इसके तहत अब एसोसिएट सदस्य टेस्ट क्रिकेट खेल सकेंगे। इसके अलावा अगले आइसीसी इंटर कांटिनेंटल कप के विजेता को पूर्ण सदस्यों में सबसे निचली रैंकिंग वाली टीम के साथ प्लेऑफ खेलने का मौका मिलेगा और सफल रहने पर टेस्ट दर्जा भी मिल सकता है।

क्रिकेट की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी