37 वर्ष की उम्र में भी जारी है गौतम गंभीर का जलवा, शतक लगाकर टीम को दिलाई जीत

गौतम गंभीर ने अपनी टीम के लिए कप्तानी पारी खेली और शतक लगाया।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 14 Oct 2018 04:24 PM (IST) Updated:Sun, 14 Oct 2018 04:24 PM (IST)
37 वर्ष की उम्र में भी जारी है गौतम गंभीर का जलवा, शतक लगाकर टीम को दिलाई जीत
37 वर्ष की उम्र में भी जारी है गौतम गंभीर का जलवा, शतक लगाकर टीम को दिलाई जीत

नई दिल्ली, जेएनएन। विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर ने अपने बल्ले का कमाल तो दिखाया ही साथ ही साथ अपनी टीम को जीत भी दिला दी। 37 वर्ष की उम्र में भी गंभीर का जलवा जारी है और हरियाणा के खिलाफ उन्होंने शतक लगाकर अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। इस क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हरियाणा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.1 ओवर में 229 रन बनाए। इसके जबाव में दिल्ली ने 39.2 ओवर में पांच विकेट खोकर जीत के लिए मिले लक्ष्य को कप्तान गंभीर की शतकीय पारी के दम पर आसानी से हासिल कर लिया। 

गौतम गंभीर का शानदार शतक

दिल्ली टीम के कप्तान गंभीर ने कप्तानी पारी खेलते हुए अपनी टीम को क्वार्टर फाइनल में जीत दिलाकर सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। गंभीर ने इस मैच में तेज पारी खेली। उन्होंने 69 गेंदों पर अपना शतक पूरा कर लिया था और 72 गेंदों पर 104 रन की पारी खेलकर तेवतिया की गेंद पर स्टंप आउट हो गए। गंभीर ने अपनी पारी में कुल 16 चौके लगाए और उनका स्ट्राइक रेट 144.44 का रहा। गंभीर के अलावा दिल्ली की तरफ से ध्रवु शौरी ने 50 जबकि नीतिश राणा ने 37 रन की पारी खेली। उन्मुक्त चंद ने 15 रन बनाए। 

कुलवंत की शानदार गेंदबाजी

हरियाणा की टीम को 229 रन के स्कोर पर ऑल आउट करने में दिल्ली के तेज गेंदबाज कुलवंत खजरोलिया ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 10 ओवर में 31 रन देकर 6 विकेट लिए। उनका इकॉनामी रेट 3.10 का रहा और उन्होंने दो ओवर मेडन भी फेंके। नवदीप सैनी ने भी तीन बल्लेबाजों को आउट किया। कुलवंत ने हरियाणा टीम के शुरुआती बल्लेबाजों को आउट कर विरोधी टीम को बड़ा झटका दिया। हरियाणा की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चेतन्य बिश्नोई (85) और प्रमोद चंदील (59) को पवेलियन का रास्ता दिखाकर विरोधी टीम को कम स्कोर पर रोकने में बड़ी भूमिका निभाई।  

नहीं चले युजवेंद्र चहल

भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल से उनकी टीम को काफी उम्मीदें थीं लेकिन वो नहीं चल पाए। चहल ने अपनी टीम के लिए 6.2 ओवर गेंदबाजी की और 8.84 की इकॉनामी रेट से 56 रन देकर एक विकेट लिए। चहल ने अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन लुटाए। 

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