टी20 लीग में क्रिकेटरों को नहीं दिए जा रहे पैसे, बांग्लादेश प्रीमियर लीग भी इसमें शामिल

फिका की सालाना रिपोर्ट के अनुसार कई खिलाडि़यों को दुनिया भर में घरेलू टी-20 लीगों में देर से भुगतान या भुगतान नहीं होने की समस्या आ रही है जिनमें BPL भी शामिल है।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2020 07:45 AM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 07:45 AM (IST)
टी20 लीग में क्रिकेटरों को नहीं दिए जा रहे पैसे, बांग्लादेश प्रीमियर लीग भी इसमें शामिल
टी20 लीग में क्रिकेटरों को नहीं दिए जा रहे पैसे, बांग्लादेश प्रीमियर लीग भी इसमें शामिल

नई दिल्ली, पीटीआइ। इस वक्त दुनिया भर में टी20 क्रिकेट की धूम है। लगभग हर देश इन दिनों अपनी लीग करवाने में लगा है। भारत इसमें सबसे आगे हैं और यहां खेली जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग को सबसे पॉपुलर और बड़ी लीग में गिना जाता है। कहा जाता है कि इन टी20 लीग में पैसा बरसता है तभी खिलाड़ी संन्यास लेने के बाद टी20 लीग का रुक करते हैं। अब खबर आ रही है कि लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों को पैसे की भुगतान में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के महासंघ (फिका) की सालाना रिपोर्ट के अनुसार कई खिलाडि़यों को दुनिया भर में घरेलू टी-20 लीगों में देर से भुगतान या भुगतान नहीं होने की समस्या आ रही है जिनमें बांग्लादेश प्रीमियर लीग भी शामिल है। आपको बता दें कि बीपीएल काफी प्रतिष्ठित टी20 लीग बन चुकी है। भारत में खेली जाने वाली आईपीएल की तर्ज पर ही पाकिस्तान में पाकिस्तान सुपर लीग और बांग्लादेश में यह बांग्लादेश प्रीमियर लीग खेली जाती है

रिपोर्ट में पाया गया कि पिछले कुछ साल में एक तिहाई से अधिक खिलाड़ियों को परेशानी आई है। फिका की पुरुष वैश्विक रोजगार रिपोर्ट के अनुसार 34 प्रतिशत खिलाड़ियों को ये समस्यायें आई हैं। ग्लोबल टी-20 लीग कनाडा, बांग्लादेश प्रीमियर लीग, अबुधाबी टी-10 लीग, कतर टी-10 लीग, यूरो टी-20 स्लैम और मास्टर्स चैंपियंस लीग में भुगतान संबंधी दिक्कत आई हैं।

इनमें बीपीएल किसी पूर्णकालिक सदस्य देश द्वारा आयोजित एकमात्र लीग है जबकि बाकी लीगों में भी दुनिया के जाने माने खिलाडि़यों ने भाग लिया। फिका ने आइसीसी को इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाने को कहा है। फिका के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम मोफाट ने कहा कि अनुबंध के उल्लंघन और खिलाडि़यों को भुगतान नहीं करने के मामलों पर गौर किया जाना चाहिए। आइसीसी को इस दिशा में प्रयास करना होगा।

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