तो ये है सबसे बड़ी समस्या, अब कैसे बचाएंगे वर्ल्ड कप?

टीम इंडिया को पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 3 विकेट से हार मिली जिसके बाद भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। पूरी सीरीज में भारतीय टीम ने एक भी मुकाबला नहीं जीता। अंतिम लीग मैच के बाद जब कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अपनी बात सामने रखी तो उन्होंने

By ShivamEdited By: Publish:Fri, 30 Jan 2015 07:08 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jan 2015 01:03 PM (IST)
तो ये है सबसे बड़ी समस्या, अब कैसे बचाएंगे वर्ल्ड कप?

(शिवम् अवस्थी), नई दिल्ली। टीम इंडिया को पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ 3 विकेट से हार मिली जिसके बाद भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई। पूरी सीरीज में भारतीय टीम ने एक भी मुकाबला नहीं जीता। अंतिम लीग मैच के बाद जब कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने अपनी बात सामने रखी तो उन्होंने एक ऐसी बात पर जोर दिया जो शायद विश्व कप में भारतीय टीम का अभियान मुश्किल में डाल दे।

- विश्व कप से पहले ही बैकफुट पर टीम इंडियाः

आपको बता दें कि ट्राइ सीरीज में खेलने वाली टीम के ही 15 सदस्य क्रिकेट विश्व कप में भारत की तरफ से खेलने उतरेेंगे ऐसे में जाहिर है कि इन खिलाड़ियों का बिलकुल फिट और फॉर्म में रहना जरूरी है....लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के मुताबिक वो ट्राई सीरीज में इसलिए पस्त हुए क्योंकि उनके ज्यादातर खिलाड़ी फिट ही नहीं हैं। धौनी ने कहा, 'विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए टीम के सभी 15 सदस्यों का फिट होना जरूरी है और इस टूर्नामेंट (ट्राई सीरीज) में हमारे सभी खिलाड़ी फिट नहीं थे। विश्व कप में खेलने से पहले जरूरी है कि सभी खिलाड़ियों को कुछ मैच प्रैक्टिस मिले। आगे विश्व कप से पहले होने वाले अभ्यास मैचों में हम ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को मौका देना चाहेंगे ताकि उनको हालातों का पता चल सके।'

- टीम का सबसे अनुभवी गेंदबाज कहां है?:

जहीर खान की गैरमौजूदगी में विश्व कप में इस बार टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज इशांत शर्मा होंगे लेकिन सवाल यही है कि विश्व कप से ठीक पहले वो चोटिल होकर बाहर ही बैठे हैं। धौनी का कहना है कि इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम लीग मैच से पहले वो थोड़ा फिट दिखे थे लेकिन मैच से ठीक कुछ घंटे पहले उनके बाएं घुटने में फिर दिक्कत शुरू हो गई जिस वजह से वो मैदान पर नहीं उतर सके।

- धौनी के सामने ये भी है बड़ी मुश्किलः

धौनी ने इंग्लैंड के खिलाफ हार मिलने के बाद ये बात भी मानी कि उनकी टीम में एक शानदार ऑलराउंडर की कमी है और ये स्थिति गेंदबाजों पर दबाव बना देती है। वहीं, इस स्थिति को सुधारने के लिए टीम पांच प्रमुख गेंदबाजों को भी 11 खिलाड़ियों में शामिल नहीं कर सकती क्योंकि उससे बल्लेबाजी क्रम कमजोर हो जाएगा। यानी विश्व कप में एक बेहतरीन व अनुभवी ऑलराउंडर की कमी टीम को मुश्किल में डाल सकती है।

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