बहुत पुराना है श्रीनि और धौनी का याराना

आइसीसी चेयरमैन व बीसीसीआइ के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का याराना बहुत पुराना है। यही याराना अब दोनों के गले की फांस बन सकता है। आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग और भ्रष्टाचार पर बनी मुद्गल समिति की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट में चल

By ShivamEdited By: Publish:Fri, 28 Nov 2014 09:40 AM (IST) Updated:Fri, 28 Nov 2014 09:46 AM (IST)
बहुत पुराना है श्रीनि और धौनी का याराना

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। आइसीसी चेयरमैन व बीसीसीआइ के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का याराना बहुत पुराना है। यही याराना अब दोनों के गले की फांस बन सकता है। आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग और भ्रष्टाचार पर बनी मुद्गल समिति की रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई में इंडिया सीमेंट्स के मालिकाना हक व धौनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) कठघरे में है। श्रीनिवासन इंडिया सीमेंट्स के प्रबंध निदेशक हैं, जबकि धौनी उपाध्यक्ष हैं।

दोनों ही हितों के टकराव के फेर में फंसते दिख रहे हैं। श्रीनिवासन ने बीसीसीआइ सचिव रहते हुए आइपीएल फ्रेंचाइजी खरीदी थी। इसके लिए 2008 में बीसीसीआइ के संविधान में बदलाव भी किए गए थे। तब बोर्ड का संविधान किसी बीसीसीआइ अधिकारी को टीम खरीदने से रोकता था। सीएसके ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ और युवराज सिंह के मार्की खिलाड़ी के तौर पर मौजूद होने के बावजूद धौनी को 1.5 मिलियन डॉलर में खरीदा था।

वह पहली नीलामी के सबसे महंगे खिलाड़ी थे। इसके बाद आइपीएल के लिए वही नियम बनाए गए जो सीएसके के लिए मुफीद थे और इन्हीं नियमों के कारण धौनी लगातार बिना नीलामी के इस फ्रेंचाइजी के साथ बने रहे। इस बीच वह इंडिया सीमेंट्स के उपाध्यक्ष भी बने। इस पर कई बार सवाल उठाए गए कि वह सीएसके और भारतीय टीम के कप्तान होने के साथ-साथ बीसीसीआइ अध्यक्ष की कंपनी के उपाध्यक्ष पद पर कैसे बने रह सकते हैं। इस याराने को सबसे ज्यादा बल तब मिला, जब 2011-12 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में 0-4 से हार के बावजूद उनकी कप्तानी बरकरार रही।

यही नहीं माही की कप्तानी पर सवाल उठाने वाले चयनकर्ता मोहिंदर अमरनाथ को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, जबकि वह मुख्य चयनकर्ता बनने की दौड़ में थे। सीएसके की ओर से खेलने वाले अधिकतर खिलाडिय़ों को भारतीय टीम में जगह मिलने पर भी आलोचकों ने कई सवाल उठाए। जल्द ही रिति स्पोट्र्स को लेकर भी कुछ मामले सामने आ सकते हैं।

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