इधर बल्ला टूटा उधर चयन की खबर आ गई

गांव की गलियों से क्रिकेट का ककहरा सीखकर भारतीय क्रिकेट टीम में स्थान बनाने वाले तेज गेंदबाज परविंदर अवाना के लिए रविवार का दिन यादगार बन गया। टीम में चुने जाने का समाचार उन्हें कर्नाटक के खिलाफ रणजी मैच में बल्लेबाजी करते समय मैदान में मिला। सबसे पहले उन्होंने आसमान की तरफ सिर उठाकर भगवान को धन्यवाद देने के साथ अपने दिवंगत पिता को याद किया।

By Edited By: Publish:Tue, 11 Dec 2012 10:45 AM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2012 10:45 AM (IST)
इधर बल्ला टूटा उधर चयन की खबर आ गई

ग्रेटर नोएडा। गांव की गलियों से क्रिकेट का ककहरा सीखकर भारतीय क्रिकेट टीम में स्थान बनाने वाले तेज गेंदबाज परविंदर अवाना के लिए रविवार का दिन यादगार बन गया। टीम में चुने जाने का समाचार उन्हें कर्नाटक के खिलाफ रणजी मैच में बल्लेबाजी करते समय मैदान में मिला। सबसे पहले उन्होंने आसमान की तरफ सिर उठाकर भगवान को धन्यवाद देने के साथ अपने दिवंगत पिता को याद किया।

दैनिक जागरण से टेलीफोन पर बातचीत करते हुए परविंदर ने बताया कि बल्लेबाजी के दौरान एक शॉट पर उनका बल्ला टूट गया। उन्होंने नया बल्ला मंगाने के लिए पवेलियन की तरफ इशारा किया, तो पूरी टीम खड़ी होकर ताली बजा रही थी और उनकी तरफ इशारा कर रही थी। साथी खिलाडि़यों को अवाना के राष्ट्रीय टेस्ट टीम में चुने जाने का समाचार मिल चुका था, लेकिन वह समझ नहीं पाए। वह सोच ही रहे थे कि टीम के सदस्य ताली क्यों बजा रहे हैं? तभी नया बल्ला लेकर आए मिलिंद कुमार ने बताया कि उनका इंग्लैड के खिलाफ नागपुर टेस्ट के लिए भारतीय टीम में चयन हो गया है। यह समाचार सुनते ही उनकी आंखों में आंसू आ गए।

उन्होंने कहा कि बीसीसीआइ और चयन समिति ने उन पर जो विश्वास किया है, उस पर वह खरा उतरने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। अपनी गेंदबाजी में और धार लाएंगे। 2004 से क्रिकेट खेल रहे अवाना ने कहा कि अब खुद को साबित करने के लिए वह पूरी ताकत लगा देंगे।

दूसरी ओर, हरौला एक्सप्रेस के नाम से मशहूर नोएडा के स्पीड स्टार परविंदर अवाना के टीम इंडिया में चुने जाने की खबर के बाद हरौला स्थित उनका घर बधाई देने वालों से भर गया। बड़े भाई रतिंदर अवाना के पास खुशी बयां करने के लिए शब्द नहीं नहीं थे। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने भाई पर फº है और भगवान से दुआ करेंगे कि उनका छोटा भाई अपने प्रदर्शन से गांव, जिले व प्रदेश का नाम रोशन कर देश के लोगों का दिल जीते। मां राजपाली ने कहा कि यह भगवान की कृपा और परविंदर की मेहनत का फल है। उसने इस मंजिल को पाने के लिए बहुत मेहनत की है।

वहीं सौराष्ट्र के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने राष्ट्रीय टीम में शामिल किए जाने पर खुशी जताते हुए कहा, सारा श्रेय मेरे परिवार विशेषकर मेरी मां को जाता है, जिनका मेरी क्रिकेटिया जिंदगी में अमूल्य योगदान है। राष्ट्रीय टीम में चुने जाने के बाद मेरे पास एहसास बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं। जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब मुझे बताया गया था कि टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है। मैं तब से ही टेस्ट क्रिकेट खेलने का इच्छुक था। जडेजा ने पिछले एक महीने के अंदर रणजी क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक जमाकर सुर्खियां बटोरी थी। जडेजा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कुल तीन बार तिहरा शतक जमाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने थे।

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