श्रीनिवासन के खिलाफ बगावत, दो अधिकारियों का इस्तीफा

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई प्रमुख एन.श्रीनिवासन अब भी इस्तीफा न देने पर अड़े हैं, तो उनकी जिद के विरोध में बीसीसीआई में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। अब तक बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के एवं सचिव संजय जगदाले अपना इस्तीफा दे चुकेहैं। खबर है कि कल तक बीसीसीआई के कई उपाध्यक्ष भी अपना इस्तीफा दे देंगे। इसी बीच अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को हटाने को लेकर बढ़ते चौतरफा दबाव के सामने झुकते हुए बीसीसीआई ने आठ जून को वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में श्रीनिवासन के भविष्य का फैसला हो सकता है। बीसीसीआई के सीएओ रत्‍‌नाकर शेट्टी ने कहा कि जून के पहले हफ्ते में बीसीसीआई की आपात बैठक बुलाई गई है। इससे पहले बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने आपात बैठक बुलाने पर काफी जोर दिया था।

By Edited By: Publish:Fri, 31 May 2013 04:49 PM (IST) Updated:Fri, 31 May 2013 11:27 PM (IST)
श्रीनिवासन के खिलाफ बगावत, दो अधिकारियों का इस्तीफा

मुंबई [जागरण न्यूज नेटवर्क]। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में बीसीसीआई प्रमुख एन.श्रीनिवासन अब भी इस्तीफा न देने पर अड़े हैं, तो उनकी जिद के विरोध में बीसीसीआई में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। अब तक बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के एवं सचिव संजय जगदाले अपना इस्तीफा दे चुकेहैं। खबर है कि कल तक बीसीसीआई के कई उपाध्यक्ष भी अपना इस्तीफा दे देंगे। इसी बीच अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को हटाने को लेकर बढ़ते चौतरफा दबाव के सामने झुकते हुए बीसीसीआई ने आठ जून को वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाई है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में श्रीनिवासन के भविष्य का फैसला हो सकता है। बीसीसीआई के सीएओ रत्‍‌नाकर शेट्टी ने कहा कि जून के पहले हफ्ते में बीसीसीआई की आपात बैठक बुलाई गई है। इससे पहले बीसीसीआई के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने आपात बैठक बुलाने पर काफी जोर दिया था।

पढ़ें: सिद्धार्थ बनेंगे सरकारी गवाह

कोषाध्यक्ष अजय शिर्के ने बुधवार को ही कहा था कि यदि एन.श्रीनिवासन ने नैतिकता केआधार पर अपना पद नहीं छोड़ा तो वह स्वयं अपना इस्तीफा दे देंगे। अपने इस बयान के तीन दिन तक भी श्रीनिवासन का इस्तीफा नहीं आने पर आज शिर्के ने अपना इस्तीफा दे दिया । लेकिन आश्चर्यजनक रूप से बीसीसीआई के सचिव संजय जगदाले ने भी शुक्रवार देर शाम अपना इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। जगदाले आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण की जांच के लिए श्रीनिवासन द्वारा गठित तीन सदस्यीय आयोग के एक सदस्य भी थे। दो बाहरी सदस्यों केसाथ बीसीसीआई से सचिव केनाते उन्हें इस आयोग में शामिल किया गया था। अब उनकेइस्तीफा दे देने से यह आयोग भी खटाई में पड़ता दिख रहा है।

पढें: लड़कियों के लिए पागल था श्रीसंथ

कोषाध्यक्ष अजय शिर्के ने गुरुवार को श्रीनिवासन पर तीखी टिप्पणियां करते हुए कहा था किसंट्टेबाजी में फंसे अपने दामाद की गिरफ्तारी के मुद्दे पर चर्चा के लिए बीसीसीआई की बैठक न बुलाकर श्रीनिवासन अध्यक्ष पद की छवि धूमिल कर रहे हैं। शिर्के ने कहा था कियदि बोर्ड हमारी भावनाओं को लगातार नजरंदाज करता रहा और बोर्ड पर लगातार उंगलियां उठती रहीं तो मैं स्वयं पद पर बने रहना उचित नहीं समझता।

गौरतलब है कि अजय शिर्के के लगातार इशारों के बावजूद श्रीनिवासन ने न तो चर्चा के लिए बीसीसीआई की बैठक बुलाई और न ही नैतिकता केआधार पर अपना इस्तीफा दिया है। फलस्वरूप आज शिर्के ने स्वयं अपना इस्तीफा दे दिया । खबर है कि इसी कड़ी में श्रीनिवासन पर दबाव बनाने के लिए बीसीसीआई के कुछ उपाध्यक्ष भी कल तक अपना इस्तीफा दे सकते हैं।

इस बीच, बीसीसीआइ के एक और सदस्य सर्विसेज स्पो‌र्ट्स कंट्रोल बोर्ड [एसएससीबी] ने श्रीनिवासन के इस्तीफे की मांग की है। एसएससीबी के अध्यक्ष एयर मार्शल एचबी राजाराम ने कहा कि जब तक मामले की जांच नहीं हो जाती श्रीनिवासन को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

आइपीएल स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण में नए चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। गुरुनाथ मयप्पन से पुलिस पूछताछ के दौरान पता चला कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने आइपीएल-6 के शुरू में उसे चेताया था कि वह सटोरियों से दूर रहे जिससे उनके ससुर और बीसीसीआइ अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की परेशानियां बढ़ गई हैं।

इस संबंध में श्रीनिवासन ने कहा कि गुरुनाथ या अन्य किसी को लेकर बीसीसीआइ को आइसीसी से कोई चेतावनी नहीं मिली थी। श्रीनिवासन ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआइ अधिकारियों से पता किया है और उन्होंने भी उन्हें बताया कि इस तरह की चेतावनी नहीं मिली। बीसीसीआइ के संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने भी कहा कि आइसीसी से इस तरह की कोई बात नहीं हुई थी। दूसरी तरफ आइसीसी ने गुरुनाथ को कथित चेतावनी से संबंधित मसले पर कुछ कहने से इन्कार कर दिया। जब मुंबई पुलिस के दावे के बारे में आइसीसी प्रवक्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आइसीसी, एसीएसयू वर्तमान जांच में बीसीसीआइ और भारतीय पुलिस को पूरा सहयोग दे रही है।'

इससे पहले मुंबई पुलिस ने बताया कि सट्टेबाजी के आरोपों में गिरफ्तार गुरुनाथ ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीएसयू) के अधिकारियों ने संदिग्ध व्यक्तियों से दूर रहने के लिए चेताया था। सूत्रों ने कहा कि गुरुनाथ ने सटोरिया शब्द का उपयोग नहीं किया, लेकिन वह और पुलिस यह जानते हैं कि वह विंदू दारा सिंह जैसे सटोरियों के संपर्क में था और कथित तौर पर सट्टा लगाता था। इस मामले में गिरफ्तार विंदू से मयप्पन ने कहा, 'सतर्क रहो, मुझे चेतावनी दी गई है।' यह अपराध शाखा के पास मयप्पन के बयान का हिस्सा है। सूत्रों ने बताया कि विंदू ने इसकी पुष्टि की है।

एसीएसयू खेल में किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए खिलाड़ियों, टीम सदस्यों और अंपायरों पर नजर रखती है। अपराध शाखा के सूत्रों ने बताया, 'एसीएसयू अधिकारी सीधे मयप्पन के संपर्क में थे। बीसीसीआइ को इस बारे में सूचित नहीं किया गया।' सूत्रों ने कहा कि मयप्पन से पूछा गया कि उसे इस तरह की चेतावनी क्यों दी गयी थी तो उसने कहा 'शायद मेरी [विंदू और अन्य सटोरियों के साथ] दोस्ती के कारण दी गई।'

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी