वनडे में ज्यादा खुलकर खेलेगा न्यूजीलैंड
भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तुलना में वनडे सीरीज जीतने में ज्यादा मुश्किल होगी।
(गावस्कर का कॉलम)
भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तुलना में वनडे सीरीज जीतने में ज्यादा मुश्किल होगी। सबसे पहले तो कीवी बल्लेबाजों को परेशान करने वाले अश्विन और जडेजा को आराम दिया गया है ताकि वे इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए तरोताजा रह सकें। दूसरा वनडे में न्यूजीलैंड ज्यादा खुलकर खेलेगा। जबकि टेस्ट सीरीज में उनके बल्लेबाज बहुत ही दबे-दबे दिखे थे। उदाहरण के तौर पर मार्टिन गुप्टिल बहुत ही शानदार वनडे बल्लेबाज हैं और तीसरे टेस्ट में वह रन आउट होने से पहले अच्छे शॉट भी लगा रहे थे। केन विलियमसन और ल्यूक रोंची भी अकेले मैच को विपक्षी टीम से छीनने का दम रखते हैं और रॉस टेलर भी टेस्ट सीरीज की भरपाई यहां करना चाहेंगे। टिम साउथी की वापसी से उनकी गेंदबाजी भी मजबूत होगी।
भले ही अब न्यूजीलैंड की टीम में ब्रैंडन मैकुलम नहीं हैं, लेकिन टीम अभी भी उनके दिखाए रास्ते पर चल रही है। इसलिए इस टीम के खेल को देखना सभी को पसंद है। उनके आक्रामक क्रिकेट के अलावा मैदान में उनके व्यवहार को देखना अच्छा लगता है। बिना विपक्षी टीम से उलझे उनका पूरा ध्यान अपने काम पर होता है। भारत समेत अगर बाकी टीमें भी ऐसा करती हैं, तो यह सच में जेंटलमैन गेम कहलाने लगेगा।
भारत को बल्लेबाजी में अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा, क्योंकि अश्विन-जडेजा के न होने से गेंदबाजी थोड़ी कमजोर हुई है। धौनी वनडे टीम के कप्तान के रूप में वापस आए हैं और उन पर कोहली के नेतृत्व वाली टेस्ट टीम की सफलता को दोहराने का दबाव होगा। हालांकि कैप्टन कूल कभी इस तरह के दबाव से परेशान नहीं हुए हैं। अभी भी धौनी से बेहतर फिनिशर कोई नहीं है और उन्हें बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आना चाहिए ताकि भारतीय टीम ज्यादा से ज्यादा स्कोर बना सके। यह तय है कि टेस्ट सीरीज की तुलना में वनडे सीरीज ज्यादा रोमांचक साबित होगी।
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