गुजरात के लिए निर्णायक क्षण

आमतौर पर क्षेत्ररक्षक तेज गेंद को नहीं पकड़ पाते हैं।

By ShivamEdited By: Publish:Fri, 21 Apr 2017 01:01 AM (IST) Updated:Fri, 21 Apr 2017 01:01 AM (IST)
गुजरात के लिए निर्णायक क्षण
गुजरात के लिए निर्णायक क्षण

(रवि शास्त्री का कॉलम) 

एक समय था जब ईडन गार्डेस स्पिनरों के अनुकूल था। इतना ज्यादा अनुकूल कि कोलकाता में तीन स्पिनर खेल सकते थे। नई पिच अब यहां पहले छह ओवरों में तेज गेंदबाजों बहुत ज्यादा मदद करती है। हालांकि, आउटफील्ड स्थिर है। आमतौर पर क्षेत्ररक्षक तेज गेंद को नहीं पकड़ पाते हैं।

यह मेहमान गुजरात लायंस के लिए निर्णायक क्षण है। इस आइपीएल में उसके गेंदबाज बहुत ज्यादा नहीं चले हैं। यहां तक कि रवींद्र जडेजा भी अपनी वापसी के बाद खेले पिछले तीन मैचों में सिर्फ एक विकेट ले सके हैं। आखिर क्यों, वह 180 रन से ज्यादा के बचाव के सामने कोलकाता का एक भी विकेट नहीं ले सके थे। हैदराबाद ने उन्हें नौ विकेट से शिकस्त दी। पिछले मैच में गेल का तूफान अभी तक ताजा है।

गुजरात को एंड्रयू टाइ का अच्छा साथ देने के लिए दो अन्य गेंदबाजों की जरूरत है। बासिल थांपी इनमें से एक होंगे और मेरी दूसरी पसंद अब भी प्रवीण कुमार होंगे जो लाइट के नीचे अच्छी स्विंग करा सकते हैं। गुजरात की एकमात्र उम्मीद शुरुआती आक्रमण है। मेहमान टीम ने हालांकि अभी तक बल्ले के साथ ज्यादा अच्छा प्रदर्शन किया है। ब्रेंडन मैकुलम शानदार फॉर्म में हैं। ड्वेन स्मिथ और एरोन फिंच किसी भी समय हमला बोलने में सक्षम हैं। सुरेश रैना के साथ दिनेश कार्तिक अच्छी लय में हैं। ऐसे में गुजरात लक्ष्य का पीछा करने की सोच सकता है। कोई भी टीम फ्लडलाइट में लायंस को बल्लेबाजी करने का साहस नहीं दिखाएगी।

परेशानी यह है कि आप कोलकाता के खिलाफ पहले से योजना नहीं बना सकते हैं। वे अपनी रणनीतियों में लगातार बदलाव करते रहते हैं। वे तैरती हुई मछली की तरह हैं जिसके खिलाफ आप लक्ष्य बनाकर निशाना नहीं लगा सकते। यह एक अंधेरी गली की तरह है जहां आप सिर्फ भटकते रहते हो या आसपास अपना रास्ता महसूस कर सकते हो।

गंभीर के खिलाडि़यों से जलन हो सकती है। वे रक्षात्मक खेल सकते हैं, आक्रमण कर सकते हैं, तेजी से रन बना सकते हैं या शानदार तरीके से मैच खत्म कर सकते हैं। गंभीर के शालीन खेल और यूसुफ पठान की निर्दयता के बीच मनीष पांडे का चालाकी भरा खेल छुपा रहता है। मैदान पर ग्यारह खिलाड़ी के साथ स्टैंड में एक लाख समर्थक उनकी टीम का समीकरण हैं। अब देखते हैं कि क्या गुजरात के पास ऐसे शेर हैं जो शुक्रवार को दहाड़ सकेंगे।

(टीसीएम)

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