'ओपनर' विराट कोहली ने 12 साल पहले किया था करियर का आगाज, आज उनके रिकॉर्ड बोलते हैं

विराट कोहली को बतौर ओपनर आज से ठीक 12 साल पहले भारतीय टीम में डेब्यू करने का मौका मिला था लेकिन वे सफल नहीं हो पाए थे लेकिन आज उनके रिकॉर्ड बोलते हैं।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Tue, 18 Aug 2020 09:58 AM (IST) Updated:Tue, 18 Aug 2020 09:58 AM (IST)
'ओपनर' विराट कोहली ने 12 साल पहले किया था करियर का आगाज, आज उनके रिकॉर्ड बोलते हैं
'ओपनर' विराट कोहली ने 12 साल पहले किया था करियर का आगाज, आज उनके रिकॉर्ड बोलते हैं

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के लिए आज का दिन काफी खास है। 18 अगस्त 2008 को पहली बार विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में विराट कोहली पहली बार भारतीय टीम में चुने गए थे, क्योंकि उन्होंने अंडर 19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाई थी। इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली के 12 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विराट बतौर ओपनर टीम में आए थे।

साल 2008 में जब श्रीलंका के खिलाफ दांबुला में एक 19 साल का लड़का गौतम गंभीर के साथ मैदान पर उतरा तो सभी हैरान थे, क्योंकि इस दुबले-पतले से लड़के को इंटरनेशनल क्रिकेट का कोई ज्ञान नहीं था, लेकिन किसे पता था कि अगले एक दशक में इस खिलाड़ी का सिक्का चलने वाला है। टेस्ट क्रिकेट से लेकर वनडे क्रिकेट और फिर टी20 क्रिकेट में भी विराट कोहली का परचम लहराता दिखाई दिया। दुनिया के तमाम दिग्गज बल्लेबाज उनसे पीछे छूटते चले गए और फिर इतिहास बना।

पहले मैच में बतौर ओपनर खेलने वाले विराट कोहली 22 गेंदों में एक चौके की मदद से सिर्फ 12 रन बना पाए। चौथे मैच में उन्होंने अर्धशतक जड़ा, लेकिन 14वें मैच में वनडे इंटरनेशनल करियर का पहला शतक जड़ने के बाद उन्होंने साबित कर दिया कि वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सिक्का जमाने आए हैं। 316 रन के स्कोर का पीछा करते हुए श्रीलंका के खिलाफ भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर जल्दी आउट हो गए थे। ऐसे में गौतम गंभीर के बाद विराट को मैदान पर उतरना पड़ा।

विराट कोहली को मैदान पर अनुभवी बल्लेबाज गौतम गंभीर का साथ मिला। दोनों ने अच्छी साझेदारी लगाई। इस बीच दोनों ने अर्धशतक और फिर शतक पूरे किए। विराट कोहली 114 गेंदों में 11 चौके और 1 छक्का लगाकर 107 रन के स्कोर पर कैच आउट हो गए। उधर, गौतम गंभीर ने सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 150 रन की पारी खेली और टीम को 7 विकेट से जीत दिलाई। इस मैच में गौतम गंभीर को मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला, लेकिन गंभीर ने विराट को इस अवॉर्ड को सौंप दिया।

अगर आज ही के दिन साल 2008 में 18 अगस्त हुए भारत बनाम श्रीलंका मैच की बात करें तो उसमें भारतीय टीम 146 रन पर ढेर हो गई थी, जिसमें विराट ने डेब्यू किया और भारत ये मैच हार गया था। ऐसे में विराट का आगाज बहुत ही निराशाजनक रहा, लेकिन एक कहावत है कि आगाज कितनी ही खराह हो और उसका अंजाम सही होता है तो फिर सारे गुनाह माफ हैं। यही विराट कोहली के साथ हुआ। विराट कोहली एक के बाद एक मैच खेलकर निखरते चले गए और फिर चेज मास्टर बन गए।

विराट कोहली मौजूदा समय में आइसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर वन बल्लेबाज हैं, जबकि टेस्ट रैंकिंग में वे नंबर दो पर विराजमान हैं। विराट कोहली मौजूदा समय में दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं जो टेस्ट, वनडे और टी20 रैंकिंग में 50 से ज्यादा के औसत से रन बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं। इसके अलावा सबसे कम समय 11 हजार वनडे रन बनाने वाले भी वे दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं। 

chat bot
आपका साथी