क्रिकेट इतिहास का अनोखा हादसा, एक साथ 13 खिलाड़ियों की जान पर आफत

जब यह घटना घटी तो मैदान पर 11 फील्डर और दो बल्लेबाजों के अलावा दो अंपायर भी थे।

By Bharat SinghEdited By: Publish:Sat, 04 Nov 2017 10:17 AM (IST) Updated:Sat, 04 Nov 2017 12:45 PM (IST)
क्रिकेट इतिहास का अनोखा हादसा, एक साथ 13 खिलाड़ियों की जान पर आफत
क्रिकेट इतिहास का अनोखा हादसा, एक साथ 13 खिलाड़ियों की जान पर आफत

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच एयरफोर्स के पालम मैदान में चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक वैगन-आर कार सुरक्षा व्यवस्था को धताते-बताते हुए पिच तक पहुंच गई। उस समय वहां पर भारतीय क्रिकेटर इशांत शर्मा, गौतम गंभीर और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ी मौजूद थे। 

सुरक्षा में इस बड़ी चूक से दोनों टीमों के खिलाड़ी हतप्रभ रह गए। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने सर्विस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) से इस घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है। वहीं दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लुंगी पहनकर कार चला रहे गिरीश ने पूछताछ में बताया है कि उसका पत्नी से विवाद चल रहा है जिससे उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती है।

वहीं, बीसीसीआइ की एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख नीरज कुमार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि खेल खत्म होने के कुछ मिनट पहले एक कार दिल्ली एयर फोर्स की सुरक्षा को धताते-बताते हुए बीच पिच पर पहुंच गई। कार चालक से पूछताछ की गई है। जब यह घटना घटी तो मैदान पर 11 फील्डर्स के अलावा दो बल्लेबाज और दो अंपायर भी मौजूद थे। कार की टक्कर से किसी भी खिलाड़ी को जानलेवा चोट लग सकती थी। गौतम गंभीर ने तो इस कार से दौड़ लगाकर खुद को बचाया।

यह हुआ था मैदान पर

दिन का खेल खत्म होने से 20 मिनट पहले शाम के लगभग चार बज कर 40 मिनट पर अचानक मैदान में एक वैगन-आर कार घुस गई। इस समय उत्तर प्रदेश की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही थी। कार चालक ने खुद की पहचान गिरीश शर्मा के रूप में बताई है। कार रोकने से पहले उसने दो बार कार को पिच के ऊपर से गुजारा। उसने बाकायदा मैदान पर आठ (8) का आकार बनाने की कोशिश की जैसा कि अमूमन ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के टेस्ट में किया जाता है।

बाद में हरकत में आए सुरक्षाकर्मी

वायुसेना का मैदान होने के कारण यहां कारों को ले जाने की अनुमति पूरी जांच के बाद दी जाती है, लेकिन सुरक्षाकर्मी के गेट पर खड़ा नहीं होने से यह घटना घटी। कार चालक ने परिसर में घुस कर कार को पार्किंग स्थल में ले जाने की जगह खेल के मैदान में घुसा दिया। अचानक हुई इस घटना से सभी खिलाड़ी और दशक स्तब्ध रह गए। हालांकि घटना के बाद सुरक्षाकर्मी हरकत में आए और गेट को बंद कर दिया ताकि वह भाग ना पाए।

मैदान पर ऐसे दौड़ रही थी कार-

डर गए गौतम गंभीर

जब कार मैदान में घुसी तो भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को लगा कि गिरीश कहीं उन्हें टक्कर न मार दे। उन्होंने किसी तरह खुद को बचाया। वहीं, दिल्ली के कप्तान इशांत शर्मा ने कहा, 'यह निश्चित रूप से सुरक्षा उल्लंघन का बड़ा मामला है। जो भी हुआ हम उसे एक पल के लिए समझ नहीं पाए।' इस बारे में इशांत शर्मा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद ट्वीट भी किया-

Drive in theater just progressed to #DriveIn match. Shocking scene in between #RanjiTrophy match today witnessed with @GautamGambhir
I:NDTV pic.twitter.com/fNq44TlZBZ— Ishant Sharma (@ImIshant) November 3, 2017

पहली बार देखा ऐसा

मैदान में मौजूद दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के एक अधिकारी ने कहा कि वह आदमी कुछ अजीब ही था। वह लुंगी पहनकर कार चला रहा था। जब यह घटना घट रही था तो उस समय वह सही मानसिक स्थिति में दिखाई नहीं दे रहा था। मैंने क्रिकेट इतिहास में इस तरह की घटना नहीं देखी। यह पहली बार हुआ है। कुछ अलग तरह की घटना तो देखी है, लेकिन मैंने इसे अपनी क्रिकेट करियर में पहली बार देखा है। निश्चित तौर पर यह सभी को डराने वाला था।

मैदान के गेट पर लगा चेतावनी बोर्ड और आरोपी शख्स गिरीश-

'मैं तो खिलाड़ियों से मिलने गया था'

गिरीश शर्मा ने दावा किया कि वह टाटा कंसलेटंसी सर्विस (टीसीएस) की पार्लियामेंट स्ट्रीट शाखा में काम करता है। जब गिरीश से यह पूछा गया कि उन्होंने अपने दोस्त की बेइज्जती का बदला लेने के लिए किया तो उसने इनकार किया। वायुसेना पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के बाद दिल्ली पुलिस को सौंप दिया। यह कारनामा करने वाले शख्स गिरीश शर्मा का कहना है, 'मैं घरेलू हवाई अड्डे पर अपनी बहन को छोड़कर वापस घर जा रहा था। वह अपने काम के सिलसिले में बेंगलुरु गई है। मुझे पता चला कि पालम मैदान पर मैच चल रहा है। सोचा कि कुछ समय के लिए मैच देखा जाए। कोई भी सुरक्षा कर्मी गेट पर नहीं खड़ा था तो मैंने गाड़ी मैदान की तरफ बढ़ा दी और खिलाड़ियों से मिलने की कोशिश की। आपने देखा, किसी ने भी मुझे नहीं बताया कि गाड़ी कहां खड़ी करनी है इसलिए मैंने कार को मैदान पर पार्क करने के बारे में सोचा।'

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