बिना फाइनल खेले शेफील्ड शील्ड की चैंपियन बनी न्यू साउथ वेल्स टीम, कोरोना वायरस है कारण

बिना फाइनल मुकाबला खेले न्यू साउथ वेल्स की टीम शेफील्ड शील्ड 2019-20 के सेशन की चैंपियन बन गई है। कोरोना वायरस की वजह से ऐसा हुआ है।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Tue, 17 Mar 2020 11:04 AM (IST) Updated:Tue, 17 Mar 2020 11:04 AM (IST)
बिना फाइनल खेले शेफील्ड शील्ड की चैंपियन बनी न्यू साउथ वेल्स टीम, कोरोना वायरस है कारण
बिना फाइनल खेले शेफील्ड शील्ड की चैंपियन बनी न्यू साउथ वेल्स टीम, कोरोना वायरस है कारण

नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया में हर साल मल्टी डेज क्रिकेट टूर्नामेंट शेफील्ड शील्ड का आयोजन होता है। साल 2019-20 के सीजन में भी ज्यादातर मैच खेले जा चुके हैं, लेकिन आखिरी के कुछ मुकाबला कोरोना वायरस के कारण रद करने पड़े हैं। वहीं, बिना फाइनल मुकाबला खेले न्यू साउथ वेल्स की टीम को शेफील्ड शील्ड की विजेता टीम घोषित कर दिया गया है। इसका फैसला ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने किया है, क्योंकि कोरोना वायरस की वजह फाइनल मुकाबला रद हो गया है।

कोरोना वायरस की महामारी की वजह से शेफील्ड शील्ड का फाइनल मैच रद हो गया, लेकिन लीग दौर में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाली टीम New South Wales को इस सीजन की विजेता टीम चुना गया है। फाइनल ही नहीं, बल्कि फाइनल राउंड के सभी मैच कोरोना वायरस के कारण कैंसिल किए गए हैं। मंगलवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपना दफ्तर और सभी क्रिकेट टूर्नामेंट देश में तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए हैं। ऐसे में इस टूर्नामेंट का फाइनल भी नहीं खेला गया।

दमदार रहा है न्यू साउथ वेल्स टीम का प्रदर्शन

न्यू साउथ वेल्स की टीम ने शेफील्ड शील्ड के 9 मैचों में से 6 मैचों में जीत दर्ज की थी। फाइनल मुकाबले के अधिकार भी न्यू साउथ वेल्स की टीम के पास थे, लेकिन फाइनल मुकाबला नहीं आयोजित होगा। ऐसे में इस टीम को विजेता घोषित किया गया। वहीं, डेफेंडिंग चैंपियन टीम विक्टोरिया को दूसरा स्थान मिला है, लेकिन क्वीनस्लैंड की टीम भी विक्टोरिया को टक्कर दे रही थी, लेकिन आखिरी के मुकाबले नहीं खेले जा सके।

मेलबर्न में मंगलवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चीफ एग्जक्यूटिव ने कहा है कि न्यू साउथ वेल्स को अंक तालिका में टॉप पर रहने की वजह से चैंपियन घोषित किया गया है। उन्होंने कहा है, "हम फाइनल आयोजित कराने पर विचार कर रहे थे, लेकिन ये संभव नहीं था, क्योंकि अन्य टीमें भी करीबी अंतर के कारण फाइनल की रेस में थीं। ऐसे में ज्यादा मैच आयोजित करना संभव नहीं था और फाइनल पोस्टपोन करने का कोई मतलब नहीं था।"

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