पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने के लिए स्टीव स्मिथ ने रखी ये अनोखी शर्त

स्टीव स्मिथ ने कुछ शर्त के साथ पाकिस्तान सुपर लीग के चौथे सीजन के लिए अपनी उपलब्धता जाहिर की है।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 05:55 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 05:55 PM (IST)
पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने के लिए स्टीव स्मिथ ने रखी ये अनोखी शर्त
पाकिस्तान सुपर लीग में खेलने के लिए स्टीव स्मिथ ने रखी ये अनोखी शर्त

कराची, प्रेट्र। एक वर्ष का बैन झेल रहे ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने कुछ शर्त के साथ पाकिस्तान सुपर लीग के चौथे सीजन के लिए अपनी उपलब्धता जाहिर की है। उनकी शर्त ये है कि वो सिर्फ यूनाइटेड अरब अमिरात में खेले जाने वाले मैचों में ही खेल पाएंगे। वहीं पाकिस्तान में होने वाले प्लेऑफ और फाइनल मैच के लिए वो वहां नहीं जाएंगे। गेंद से छेड़छाड़ मामले में एक वर्ष का बैन झेल रहे स्मिथ को दुनिया के टी 20 लीग में खेलने की अनुमति मिल गई है। उनका बैन इंग्लैंड में अगले वर्ष होने वाले विश्व कप से पहले यानी अगले वर्ष मार्च में खत्म हो जाएगा। स्मिथ ने पहली बार पीएसएस के लिए अपनी उपलब्धता जाहिर की है। 

पाकिस्तान सुपर लीग के सूत्रों की मानें तो कुछ अन्य विदेशी खिलाड़ियों ने भी साफ कर दिया है कि वो इस लीग के अंतिम चरण के मुकाबलों के लिए पाकिस्तान नहीं जाएंगे। इस बार इस लीग के आखिरी आठ मुकाबले पाकिस्तान में खेले जाएंगे जिसमें फाइनल मैच भी शामिल है। सूत्रों की मानें तो स्मिथ के अलावा कुछ अन्य विदेशी खिलाड़ियों का साफ तौर पर कहना है कि वो यूएई में खेल सकते हैं और यहां के लिए उपलब्ध हैं। कुछ दिन पहले ही पीएसएल से जुड़ने वाले दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलियर्स की भी यही शर्त है। भारतीय खिलाड़ियों को छोड़कर इस लीग के लिए दुनिया के तमाम क्रिकेटरों ने प्लेयर्स ड्राफ्ट में अपना नाम दिया था। 

कई विदेशी खिलाड़ी पीएसएल में तभी खेलेंगे जब वो अपनी राष्ट्रीय टीम से फ्री होंगे या फिर बिग बैश लीग से फ्री हो जाएंगे। जैसे कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी ब्रैंडन मैकुलम और ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज क्रिस लीन बीबीएल खत्म होने के बाद ही इस लीग का हिस्सा बनेंगे। पीएसएल में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सलमान बट, इमरान फरहत, इमरान नाजिर और अब्दुल रज्जाक भी खेलेंगे। तीसरे सीजन में भी लीग के छह फ्रेंचाइजियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था क्योंकि उन्होंने लाहौर और कराची में आयोजित प्लेऑफ और फाइनल मैच खेलने से मना कर दिया था। पीसीबी की तरफ से कहा गया है कि ये फ्रेंचाइजी की जिम्मेदारी है कि वो ऐसे खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ते हैं या नहीं जो पाकिस्तान में खेलने को राजी नहीं हैं। 

एक फ्रेंचाइजी मालिक का कहना है कि हम कोशिश करेंगे कि हमारे विदेशी खिलाड़ी भी पाकिस्तान में खेलने को राजी हो जाएं। 

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