सुनील गावस्कर की आलोचना कोच शास्त्री को पसंद नहीं आई, कही ये बड़ी बात

भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को पूर्व क्रिकेटरों और खासकर सुनील गावस्कर की आलोचना पसंद नहीं आई।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sun, 23 Dec 2018 08:08 PM (IST) Updated:Sun, 23 Dec 2018 08:08 PM (IST)
सुनील गावस्कर की आलोचना कोच शास्त्री को पसंद नहीं आई, कही ये बड़ी बात
सुनील गावस्कर की आलोचना कोच शास्त्री को पसंद नहीं आई, कही ये बड़ी बात

मेलबर्न। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री को पूर्व क्रिकेटरों और खासकर सुनील गावस्कर की आलोचना पसंद नहीं आई। पर्थ टेस्ट में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से मिली 146 रनों की करारी हार के बाद से वह और टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पूर्व खिलाडि़यों के निशाने पर हैं। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम चयन की नीति और प्रबंधन पर सवाल उठाया था।

शास्त्री से जब इस आलोचना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब आप लाखों मील दूर बैठे होते हों तो बातें बनाना आसान होता है। वे काफी दूर बैठकर टिप्पणी कर रहे हैं और हम दक्षिणी गोलार्ध में हैं। हमें वह करना है जो टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ है, यह सामान्य सी बात है। जडेजा के अलावा मुझे नहीं लगता कि चयन को लेकर और कोई दुविधा थी और अगर ऐसा कुछ था तो यह मेरी समस्या नहीं है। दूसरे टेस्ट के दौरान मैदान पर जडेजा और इशांत शर्मा की कैमरे में कैद हुई बहस पर कोच ने कहा, 'मैं कभी हैरान नहीं होता (इस तरह की कवरेज से)। कई तरीकों से यह टीम को एकजुट होने के लिए प्रेरित कर सकती है और उम्मीद करते हैं कि ऐसा ही हो।' उस समय कोई हैरानी नहीं हुई जब शास्त्री ने कप्तान कोहली का समर्थन किया, जिनके मैदानी बर्ताव पर ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों ने सवाल उठाए। शास्त्री ने कहा, 'वह शानदार था। उनके बर्ताव में क्या गलत था। बेशक आप सवाल उठा सकते हो, लेकिन जहां तक हमारा सवाल है वह भद्र पुरुष हैं।'

ओपनिंग है समस्या : शास्त्री ने स्वीकार किया कि शीर्ष क्रम टीम के लिए मुद्दा है, क्योंकि लोकेश राहुल और मुरली विजय दो टेस्ट की लगातार चार पारियों में विफल रहे। साफ सी बात है कि शीर्ष क्रम की समस्या बड़ी चिंता है। उन्हें जिम्मेदारी और जवाबदेही लेनी होगी। मुझे यकीन है कि उनके पास अनुभव है और वे योगदान देंगे।' कोच ने संकेत दिए कि टीम प्रबंधन विकल्प के रूप में मयंक अग्रवाल के नाम पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, 'मयंक अच्छा युवा खिलाड़ी है। उसने भारत-ए के लिए ढेरों रन बनाए हैं। अगर आप उसका घरेलू रिकॉर्ड देखो तो वह किसी भी अन्य खिलाड़ी जितना अच्छा है, इसलिए हमें इस पर फैसला करना होगा।

पांड्या के बारे में उन्होंने कहा कि वह आपको विकल्प देते हैं, लेकिन उन्होंने चोटिल होने के बाद सिर्फ एक प्रथम श्रेणी मैच खेला है। उन्हें खिलाने पर फैसला लेने से पहले हमें सावधानी बरतनी होगी।' यह पूछने पर कि भारत ने क्या पर्थ में हार के साथ लय गंवा दी, शास्त्री ने कहा कि सीरीज 1-1 से बराबर होने के बावजूद भारत अच्छी स्थिति में है और ऐसा मौका उसे दक्षिण अफ्रीका या इंग्लैंड में नहीं मिला। 

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