भाग्य भी वीरों का ही साथ देता है

मैं ईमानदारी से कहूंगा, टूर्नामेंट में हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, लेकिन जब वानखेड़े को पहले क्वालीफायर मैच के लिए चुना गया, तब मेरे अंदर यह विश्वास पैदा हुआ था कि हम टूर्नामेंट में वापसी करने में सफल रहेंगे। लेकिन यह नहीं सोचा था कि वानखेड़े में खेलने वाली

By sanjay savernEdited By: Publish:Mon, 18 May 2015 07:55 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2015 08:06 PM (IST)
भाग्य भी वीरों का ही साथ देता है

(रोहित का कॉलम)

मैं ईमानदारी से कहूंगा, टूर्नामेंट में हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी, लेकिन जब वानखेड़े को पहले क्वालीफायर मैच के लिए चुना गया, तब मेरे अंदर यह विश्वास पैदा हुआ था कि हम टूर्नामेंट में वापसी करने में सफल रहेंगे। लेकिन यह नहीं सोचा था कि वानखेड़े में खेलने वाली दो टीमों में से एक हम होंगे। इसके लिए हमें मौसम का भी धन्यवाद करना होगा, जिसने बेंगलुरु के मैच में पानी फेरकर उसे दो अंक लेने नहीं दिया। जैसे ही बेंगलुरु और दिल्ली का मैच बारिश की वजह से रद हुआ, हम जान गए कि हमारा मुकाबला अब दूसरे स्थान के लिए है। लेकिन ऐसा नहीं कि इससे हमारे प्रदर्शन में कोई बदलाव आया। हालांकि भाग्य का साथ मिलना अच्छी बात है, लेकिन कहते हैं न कि भाग्य भी वीरों का ही साथ देता है। ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि टीम के खिलाडिय़ों ने इस स्थान तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है।

हैदराबाद के खिलाफ यह मुकाबला सत्र का सबसे ज्यादा तनाव वाला मुकाबला था। एक तरफ आप जीतकर दूसरे स्थान पर पहुंच सकते थे तो दूसरी तरफ हार आपको टूर्नामेंट से सीधे बाहर धकेल सकती थी। ऐसे अहम मुकाबलों से पहले मैच के परिणाम को लेकर बनने वाली संभावनाएं खिलाडिय़ों का ध्यान भटका सकती है, लेकिन यहां मैं अपने सपोर्ट स्टाफ की प्रशंसा करना चाहूंगा, जिन्होंने हर वक्त यह सुनिश्चित किया कि हर खिलाड़ी का फोकस मैच और अपने प्रदर्शन से न भटके।

अब हम टूर्नामेंट के दूसरे दौर में पहुंच चुके हैं और हमारा लक्ष्य अपनी लय को बरकरार रखने का होगा। हमारी कोशिश यही होगी कि चेन्नई के खिलाफ हम वहीं से शुरुआत करें, जहां हमने हैदराबाद के खिलाफ मैच को छोड़ा था। जब लंबे सफर के बाद लौटते है और आपको अगले ही दिन मैच खेलना होता है तो ऐसे में आपको जल्द से जल्द अपनी ऊर्जा को पाना होता है। अभ्यास का एक सत्र आपके कौशल में ज्यादा अंतर पैदा नहीं कर सकता। यहां मैच के लिए शारीरिक रूप से तैयार रहना ज्यादा जरूरी है। पिछले ज्यादातर मैच हमने फाइनल की तरह ही खेले, ऐसे में हम इस मैच के लिए मानसिक रूप से तैयार हैं।

हम सुपरकिंग्स को अच्छी तरह से जानते हैं और वे हमें। लेकिन खिलाडिय़ों के आत्मविश्वास और घरेलू स्टेडियम को देखते हुए मैं यही उम्मीद कर रहा हूं कि हम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में सफल रहेंगे।

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