धौनी ने खुद बताया आखिर क्यों वर्ष 2007 में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया

तो इन सब वजहों से वर्ष 2007 में धौनी बने थे टीम इंडिया के कप्तान।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Fri, 17 Nov 2017 05:23 PM (IST) Updated:Sat, 18 Nov 2017 08:54 AM (IST)
धौनी ने खुद बताया आखिर क्यों वर्ष 2007 में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया
धौनी ने खुद बताया आखिर क्यों वर्ष 2007 में उन्हें भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया

 नई दिल्ली। किसी भी खिलाड़ी के लिए राष्ट्रीय टीम को लीड करना उसका सबसे बड़ा लक्ष्य होता है। महेंद्र सिंह धौनी को जब वर्ष 2007 में भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी अचानक ही सौंपी गई तो ये सबसे लिए बहुत ही आश्चर्यजनक था। टीम का कप्तान बनने के बाद धौनी ने भारतीय क्रिकेट को किस उंचाई तक पहुंचाया ये पूरी दुनिया जानती है। अपनी कप्तानी में भारत को दो-दो विश्व कप दिलाने वाले वो इकलौते कप्तान हैं। वैसे वर्ष 2007 में धौनी को टीम की कप्तानी देकर बीसीसीआइ ने एक दांव खेला था जो सटीक बैठा और भारतीय क्रिकेट को नया मुकाम हासिल हुआ। 

वैसे धौनी को टीम का कप्तान अचानक ही क्यों बना दिया गया इसके बारे में उन्होंने खुद खुलासा किया। धौनी ने कहा कि चयनकर्ता हर चीज देख रहे थे। खेल के प्रति मेरी ईमानदारी साथ ही गेम को परखने का मेरा नजरिया उन्हें पसंद आया। उस वक्त टीम में मैं कुछ युवा खिलाड़ियों में से एक था और जब भी मुझसे पूछा जाता था तो मैं खेल को लेकर अपने विचार को बताने से ना तो हिचकता था ना ही डरता था। इसके अलावा धौनी का टीम के खिलाड़ियों के साथ बर्ताव भी उनके कप्तान बनने में बड़ी भूमिका निभाई। यानी साफ है कि धौनी ना सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर शानदार थे बल्कि टीम के हर खिलाड़ी के साथ उनके संबंध भी मधुर थे और इन्हीं सब वजहों से वो भारतीय टीम का कप्तान बने। 

धौनी ने अपने क्रिकेट करियर में अब तक 90 टेस्ट, 309 वनडे  और 83 टी20 मैच खेले हैं। एक कप्तान के तौर पर उन्होंने भारतीय टीम को 60 टेस्ट, 199 वनडे और 72 टी20 मैचों में लीड किया था। इनमें से उन्होंने 27 टेस्ट, 110 वनडे और 41 टी20 मुकाबले जीते। 

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