तीसरे टेस्ट से पहले कोहली की कप्तानी पर फिर उठी अंगुलियां, पूर्व द. अफ्रीकी दिग्गज ने उठाए सवाल
स्मिथ का मानना है कि कोहली को अपने आसपास ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो रचनात्मक रूप से उनके फैसलों को चुनौती दे सके।
जोहानिसबर्ग, जेएनएन। अपनी कप्तानी में पहली टेस्ट सीरीज़ हारने के बाद विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल उठाने लगे हैं। केपटाउन और सेंचुरियन में हार के बाद कोहली पर प्लेइंग इलेवन को लेकर अपने देश के क्रिकेट एक्सपर्ट तो सवाल उठा ही रहे थे, अब तो पूर्व विदेशी क्रिकेटरों ने भी कोहली पर अंगुलियां उठानी शुरू कर दी हैं। दक्षिण अफ्रीका के सबसे सफल टेस्ट कप्तान ग्रीम स्मिथ सुनिश्चत नहीं हैं कि विराट कोहली भारत के लिए लंबे समय तक कप्तानी की जिम्मेदारी उठा सकते हैं और उनका मानना है कि इस स्टार बल्लेबाज के नेतृत्व कौशल को टीम प्रबंधन ने पर्याप्त चुनौती नहीं दी।
एक कार्यक्रम के दौरान स्मिथ ने कहा कि जब मैं कोहली को देखता हूं तो मुझे पता नहीं चलता कि वह भारत के लिए लंबे समय तक कप्तानी का विकल्प हैं या नहीं। इस साल के अंत में वह पर्याप्त समय स्वदेश से बाहर खेल चुके होंगे, वह जिस दबाव का सामना करेंगे, उसकी मीडिया में समीक्षा होगी। मुझे पता है कि ऐसा उनके साथ भारत में ही होगा।
स्मिथ का मानना है कि कोहली को अपने आसपास ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो रचनात्मक रूप से उनके फैसलों को चुनौती दे सके। 117 टेस्ट और 197 वनडे मैच खेलने वाले स्मिथ ने कहा कि मुझे लगता है कि रणनीतिक रूप से वह पूर्ण सक्षम हैं, उन्हें अपने खेल के बारे में पता है, वह मैदान पर सभी अन्य लोगों के लिए मानक तय करते हैं। इस माहौल में यदि उन्हें रचनात्मक व्यक्ति मिलता है, जो अलग विचार के साथ रचनात्मक रूप से उन्हें चुनौती दे, नाराजगी या आक्रामक तरीके से नहीं, अन्य संभावनाओं की ओर उनका ध्यान लाए, तो यह कोहली को काफी अच्छा कप्तान बना सकता है।
ग्रीम स्मिथ का ये बयान एक तरह की रणनीति के तहत भी हो सकता है। टीम इंडिया इस समय सीरीज़ गंवा चुकी है और द. अफ्रीका की टीम तीसरा टेस्ट जीतकर भारत का क्लीन स्वीप करना चाहती है। पूर्व द. अफ्रीकी कप्तान अपने इस बयान से अपनी टीम की मदद करना चाहतें हों, क्योंकि सभी जानते हैं कि विराट कोहली भारतीय टीम की रीढ की हड्डी हैं और अगर वो दबाव में बिखर गए, तो पूरी भारतीय टीम ही बिखर जाएगी और द. अफ्रीका के लिए भारत का टेस्ट सीरीज़ में क्लीन स्वीप करना काफी आसान हो जाएगा।
आपको बता दें कि टीम इंडिया द. अफ्रीका में एक भी टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पाई है। प्रोटियाज के खिलाफ उन्हीं के घर पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड बेहद ही खराब रहा है। द. अफ्रीका में टीम इंडिया आजतक सिर्फ दो ही टेस्ट मैच जीत सकी है। मौजूदा सीरीज़ में भी द. अफ्रीकी टीम ने शुरुआती दोनों टेस्ट जीत लिए हैं और अब मेजबान की नज़र जोहानिसबर्ग में 24 जनवरी से होने वाले टेस्ट को जीतकर क्लीन स्वीप करने पर होगी. वहीं कोहली की सेना इस टेस्ट मैच में वापसी कर प्रोटियाज़ के इन मंसूबों पर पानी फेरना चाहेगी।
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