सामने आ गया कारण, विराट क्यों लगाते जा रहे हैं इतने शतक

विराट ने खोला राज कि वो क्यों इतने शतक लगा रहे हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sat, 16 Sep 2017 08:44 PM (IST) Updated:Sun, 17 Sep 2017 11:59 AM (IST)
सामने आ गया कारण, विराट क्यों लगाते जा रहे हैं इतने शतक
सामने आ गया कारण, विराट क्यों लगाते जा रहे हैं इतने शतक

चेन्नई। विराट कोहली वनडे में 30 शतक लगा चुके हैं और सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा 49 शतकों के बाद रिकी पोंटिंग के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। पोंटिंग संन्यास ले चुके हैं, जबकि विराट अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। माना जा रहा है कि वह जल्द ही सचिन का यह रिकॉर्ड तोड़ देंगे।

जब उनसे यह पूछा गया कि क्या यह आंकड़े उनके दिमाग में रहते हैं तो उन्होंने कहा कि मैं शतक के लिए नहीं खेलता। शायद यही कारण है कि मैं इसे अधिक बार हासिल करने सफल रहता हूं। मैं इसके बारे में नहीं सोचता, इसलिए मैं खुद को दबाव में नहीं लाता कि मुझे यह उपलब्धि हासिल करने की जरूरत है। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण टीम के लिए मैच जीतना है। 

उन्होंने कहा कि मैंने पहले भी कहा अगर मैं 98 या 99 रन पर नाबाद रहता हूं तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, जब तक कि मैं मैच जीत रहा हूं। इस प्रक्रिया के बीच चीजें हो जाती हैं, क्योंकि आप अंत तक टिके रहना चाहते हैं। मैं कितना भी खेलूं, आठ साल, 10 साल या 12 साल या जितना भी समय, मैं कभी इसके बारे में नहीं सोचूंगा, क्योंकि यह नैसर्गिक रूप से मेरे अंदर नहीं है। मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण यह है कि मैदान पर बल्लेबाज के साथ टीम की जीत में कैसे मदद कर सकता हूं। मैदान पर उतरे हुए हमेशा अपना 120 प्रतिशत देना और उसी के अनुसार तैयारी करना जो मुझे लगता है कि निजी उपलब्धि से अधिक महत्वपूर्ण है।

राहुल में मैच जिताने की क्षमता

केएल राहुल की फॉर्म पर उठ रहे सवालों पर कोहली ने कहा कि उनमें मैच जिताने की क्षमता है। उनमें गजब की प्रतिभा है और उनका समर्थन करना चाहिए। राहुल के चौथे नंबर पर खेलने में असहज होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर आप किसी एक प्रारूप में किसी एक स्थान पर खेलते हो, लेकिन टीम के लिए सभी प्रारूप में आपको उसी स्थान पर खिलाना मुश्किल हो जाता है। टीम में संतुलन बनाने के लिए खिलाडिय़ों को हर स्थान पर खेलने के लिए तैयार रहना चाहिए। उदाहरण के तौर पर मैं टी-20 में ओपनिंग भी करता हूं, इसलिए मैं टीम के हिसाब से किसी भी स्थान पर खेलने के लिए तैयार रहता हूं। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें समय लगता है और यह आसान नहीं है। रहाणे वनडे और टेस्ट में मध्यक्रम में खेलते हैं, लेकिन उन्होंने कई वनडे में ओपनिंग भी की है। उन्हें भी अपना क्रम बदलने में दिक्कत हुई, लेकिन हम उन्हें शीर्ष क्रम में फिट करने के लिए समर्थन दे रहे हैं। उसे हमारी योजनाओं के बारे में पता है।

कुलदीप-चहल का होना फायदेमंद

कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के टीम में होने पर उन्होंने कहा कि दो कलाई के स्पिनरों का टीम में होना फायदेमंद है, वह भी तब जब दोनों एक-दूसरे से बिल्कुल अलग गेंदबाजी करते हों और दोनों ही बीच के ओवरों में विकेट लेते हों। लगातार विकेट लेना और साझेदारी तोडऩा काफी महत्वपूर्ण है। इन लोगों ने ऐसा किया है और इनमें काफी आत्मविश्वास है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में कुछ अलग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं इसे अन्य सीरीज की तरह ही मानता हूं। जैसा कि मैंने श्रीलंका में भी कहा था कि आप किस टीम के खिलाफ खेल रहे हो इससे महत्वपूर्ण आपकी तैयारियां होती हैं। 

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