छत्तीसगढ़ में अब अमोनिया-यूरिया व प्राकृतिक गैस का उत्पादन

छत्तीसगढ़ में अदानी समूह कोयले से अमोनिया-यूरिया और प्राकृतिक गैस [एसएनजी] का उत्पादन करेगा। साथ ही चावल आधारित राइस ब्रान साल्वेन्ट एक्सट्रेक्शन और तेल रिफाइनरी संयंत्र की स्थापना भी की जाएगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 25 Aug 2015 01:02 AM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2015 02:49 AM (IST)
छत्तीसगढ़ में अब अमोनिया-यूरिया व प्राकृतिक गैस का उत्पादन

रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में अदानी समूह कोयले से अमोनिया-यूरिया और प्राकृतिक गैस [एसएनजी] का उत्पादन करेगा। साथ ही चावल आधारित राइस ब्रान साल्वेन्ट एक्सट्रेक्शन और तेल रिफाइनरी संयंत्र की स्थापना भी की जाएगी। छत्तीसगढ़ सरकार ने मेसर्स अदानी समूह के साथ सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू में दावा किया गया है कि अदानी समूह द्वारा राज्य में दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के तहत लगभग 25 हजार 200 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश किया जाएगा। दोनों परियोजनाओं में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से दस हजार 600 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

मंत्रालय में आयोजित कार्यक्रम में एमओयू पर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से उद्योग विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह और अदानी समूह की ओर से राजेश झा तथा केएस वर्षणेय द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावित एमओयू के अनुसार ये परियोजनाएं कोयले से पॉली-जनरेशन और राइस ब्रॉन साल्वेंट एक्सट्रेक्शन से संबंधित हैं। प्रथम परियोजना कोयले से पॉली-जनरेशन की होगी, जिसमें राज्य में उपलब्ध कोयले से अमोनिया-यूरिया और प्राकृतिक गैस ([एसएनजी)] का उत्पादन किया जाएगा। इसमें कोयले से यूरिया बनाने, एसएनजी गैस उत्पादन संयंत्र स्थापना और कोयले पर आधारित ताप बिजली संयंत्र भी शामिल हंै। परियोजना में लगभग दस हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। छत्तीसगढ़ में प्रस्तावित यह परियोजना भारत में अदानी समूह की अपनी किस्म की पहली परियोजना होगी, जो कोयले से मिलने वाली कृत्रिम ऊर्जा पर आधारित होगी। अदानी समूह के प्रतिनिधियों ने बताया कि विभिन्न अध्ययनों के अनुसार इस प्रकार की परियोजना का भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा।

उन्होंने बताया कि दूसरी परियोजना चावल आधारित राइस ब्रान साल्वेन्ट एक्सट्रेक्शन और तेल रिफाइनरी संयंत्र की होगी। इसकी लागत लगभग 200 करोड़ रुपए की होगी और इसमें छह सौ लोगों को रोजगार मिलेगा। परियोजना में लगभग तीन लाख 30 हजार मीट्रिक टन राइस ब्रान का उपयोग कर सालाना 66 हजार मीट्रिक टन खाद्य तेल का उत्पादन किया जाएगा। यह परियोजना राजनांदगांव जिले में प्रस्तावित है। इसे दो साल के भीतर शुरू करने का लक्ष्य है।

इस अवसर पर उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल, छत्तीसगढ़ विद्युत कंपनी के अध्यक्ष शिवराज सिंह, मुख्य सचिव विवेक ढांड, अपर मुख्य सचिव एन. बैजेन्द्र कुमार, उद्योग संचालक कार्तिकेय गोयल, सीएसआईडीसी के प्रबंध संचालक सुनील मिश्रा, उद्योग विभाग के ओएसडी एसके बेहार, मुख्यमंत्री के ओएसडी विक्रम सिसोदिया तथा अदानी समूह के प्रतिनिधि एसके थापर और वैभव अलशी भी मौजूद थे।

डाउन स्ट्रीम उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा : सीएम

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने एमओयू पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह राज्य में एक बड़ा और अत्यंत महत्वपूर्ण निवेश होगा, जो कोयले के मूल्य संवर्धन से जुड़ा हुआ है। डॉ. सिंह ने कहा कि यह एमओयू राज्य के किसानों को खेती के लिए यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति में भी सहायक होगा। इसके अलावा परियोजना की स्थापना से डाउन स्ट्रीम उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि अदानी समूह की प्रस्तावित परियोजनाओं में छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर मिलेंगे।

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