दिल्‍ली के श्रम मंत्री गोपाल राय की सुरक्षा में लगी गाड़ी पलटी, पांच सिपाही जख्मी, एक की मौत

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के लेबर मिनिस्टर गोपाल राय छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर विवादों में हैं। शुक्रवार को उनकी सिक्युरिटी में लगे जवानों की गाड़ी टायर फटने से पलट गई। हादसे में 5 जवान घायल हो गए। हादसे के बाद भी मंत्री ने जवानों की सुध नहीं ली और आगे बढ़ गए। जब जख्मियों को रायपुर ले जाया जाने लगा तो रास्ते में असिस्टेंट कॉन्सटेबल की मौत हो गई।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 18 Sep 2016 06:11 AM (IST) Updated:Sun, 18 Sep 2016 06:29 AM (IST)
दिल्‍ली के श्रम मंत्री गोपाल राय की सुरक्षा में लगी गाड़ी पलटी, पांच सिपाही जख्मी, एक की मौत

रायपुर। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली सरकार के लेबर मिनिस्टर गोपाल राय छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर विवादों में हैं। शुक्रवार को उनकी सिक्युरिटी में लगे जवानों की गाड़ी टायर फटने से पलट गई। हादसे में 5 जवान घायल हो गए। हादसे के बाद भी मंत्री ने जवानों की सुध नहीं ली और आगे बढ़ गए। जब जख्मियों को रायपुर ले जाया जाने लगा तो रास्ते में असिस्टेंट कॉन्सटेबल की मौत हो गई।

सभी जवान बेहद गरीब परिवार के

हादसा घोड़दा मोड़ के पास तब हुआ जब गोपाल राय प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांकेर से भानुप्रतापपुर के लिए निकले थे। मंत्रीजी प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद निकले तो उनके काफिले की गाड़ी मोड़ के पास टायर फटने से पलट गई। रफ्तार तेज होने से गाड़ी खेत में दौड़ गई, लेकिन मंत्री गोपाल राय नहीं रुके। भानुप्रतापपुर में मंत्रीजी को पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेना था। इनके ठीक पीछे चल रही दूसरी गाड़ी में बैठे लोगों ने जवानों को हॉस्पिटल पहुंचाया। हॉस्पिटल ले जाते वक्त गंभीर रूप से जख्मी दिनेश ध्रुव (35) ने रास्ते में दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि मंत्री जी की गाड़ी आगे होने से वे भानुप्रतापपुर पहुंच गए, वहां उन्हें हादसे की जानकारी मिली। इसके बाद वे जवानों का हाल जानने हॉस्पिटल पहुंचे। सभी जवान बेहद साधारण और गरीब परिवार के हैं।


विपक्ष के तीर चले
कांग्रेसी नेता प्रभात मेघावाले ने गोपाल राय को तो असंवेदनशील बताते हुए पार्टी को आड़े हाथों लिया है। कहा कि आप, आम लोगों की बात सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए करती है। बीजेपी स्पोकपर्सन संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आप और उसके नेताओं का आचरण खुदगर्जी से भरा है। जो उनकी हिफाजत में तैनात थे, उन्हें यूं ही छोड़ दिया।

असंवेदनशील मामला
यह मामला गोपाल राय की असंवेदनशीलता से जुड़ गया है। पायलट गाड़ी के हादसे का शिकार होने के बाद जख्मियों को अस्पताल पहुंचाने में गोपाल राय ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। बल्कि, उनका काफिला बगैर पायलट कार के आगे बढ़ गया। एक घायल जवान ने खुद 108 एंबुलेंस को सूचना दी।

वहीं घायल जवानों का कहना है कि गोपाल राय और उनके साथी चंद मिनटों के लिए गाड़ी से उतरे, जख्मियों को देखा और चलते बने। लाेकल लोगों और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जख्मियों को एंबुलेंस में बिठाया।

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