छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों को केंद्र ने जारी किया 'जीका' अलर्ट

ब्राजील, दक्षिणी अमेरिका में कहर बरपा रहे जीका वायरस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अंतर्गत नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने छत्तीसगढ़ समेत सभी

By Atul GuptaEdited By: Publish:Sat, 30 Jan 2016 05:45 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jan 2016 05:47 AM (IST)
छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों को केंद्र ने जारी किया 'जीका' अलर्ट

रायपुर। ब्राजील, दक्षिणी अमेरिका में कहर बरपा रहे जीका वायरस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अंतर्गत नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (एनसीडीसी) ने छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है। निर्देश जारी किए गए हैं कि जीका जैसे लक्षण पाए जाने वाले प्रत्येक बच्चे की निगरानी रखें। हालांकि भारत में अब तक जीका वायरस से पीड़ित किसी भी मरीज की पहचान नहीं हुई है। यह अलर्ट इसलिए है क्योंकि भारत में मच्छर अधिक हैं। यह वही मच्छर है जिससे येलो फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया फैलता है। इसलिए सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है। भारत में डब्ल्यूएचओ ने भी अलर्ट जारी किया है। जीका वायरस का भारत में आना तभी संभव है जब प्रभावित देशों से संक्रमित व्यक्ति भारत आए या यहां से कोई उन देशों में जाकर लौटे। विशेषज्ञों की सलाह है कि जीका से प्रभावित देशों की यात्रा न करें। सावधानी ही बचाव है। लक्षण- बुखार आना, जोड़ों में दर्द, आंख लाल हो जाना। बड़े, बच्चों दोनों में यही लक्षण होते हैं। ऐसा कुछ दिखाई दे तो तत्काल डॉक्टर की सलाह लें। विशेषकर गर्भवती और नवजात शिशु। हालांकि जीका का कोई टीका या दवा नहीं है, लेकिन प्राथमिक उपचार संभव है। जीका वायरस और इसके असर के बारे में जानें- - जीका 'एडीस एजिप्टी' नामक मच्छर से फैलने वाला वायरस है। - यह वही मच्छर है जो येलो फीवर, डेंगू और चिकनगुनिया फैलने के लिए जिम्मेदार है। - वायरस की वजह से बच्चे असामान्य रूप से छोटे सिर (माइक्रोसेलफैली) के साथ जन्म लेते हैं। - माइक्रोसेफैली, न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें ब्रेन पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है। - इस वायरस का पहला केस 1947 में अफ्रीका के युगांडा में सामने आया था। एक्सपर्ट- ऐसे बरतें सतर्कता- डॉ. ओंकार खण्डवाल, प्रोफेसर, शिशुरोग विभाग, अंबेडकर अस्पताल मच्छरदानी में सोएं, पूरी बाहों के पकड़े पहनें, मच्छरों को न पनपने दें, घर के आसपास पानी न जमा होने दें, सफाई रखें। नवजात बच्चे, गर्भवती विशेष तौर पर सावधानी बरतें। जीका वायरस का खतरा, जीका से प्रभावित देशों से ट्रैवल कर आने और यहां से वहां जाने वाले लोगों को है। इसलिए इन देशों की यात्रा न करें। इसके लक्षण सामान्य ही होते हैं। हमें एनसीडीसी से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसके आधार पर सभी जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेजों को जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे। - डॉ. केआर सोनवानी, राज्य नोडल अधिकारी, आईडीएसपी

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