अपहृत ग्रामीणों को नक्सलियों ने छोड़ा

शनिवार को पखनार क्षेत्र के गांव बोदेनार से अपहृत किए गए गोपनीय सैनिक के दो परिजनों को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। दोनों ग्रामीणों को मंगलवार शाम गांव से कुछ दूरी पर छोड़ा गया। वह वापस गांव पहुंच गए हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 23 Apr 2015 02:22 AM (IST) Updated:Thu, 23 Apr 2015 02:29 AM (IST)
अपहृत ग्रामीणों को नक्सलियों ने छोड़ा

रायपुर, जगदलपुर [ब्यूरो]। शनिवार को पखनार क्षेत्र के गांव बोदेनार से अपहृत किए गए गोपनीय सैनिक के दो परिजनों को नक्सलियों ने रिहा कर दिया है। दोनों ग्रामीणों को मंगलवार शाम गांव से कुछ दूरी पर छोड़ा गया। वह वापस गांव पहुंच गए हैं।

ज्ञात हो कि शुक्रवार को पुलिस व नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ हुई थी। घटना के दूसरे दिन नक्सलियों व संघम सदस्यों ने हिड़मू के घर में जमकर तोडफ़ोड़ कर लूटपाट की थी। वहीं उसके परिजनों को भी अगवा कर लिया था। दो दिन उन्हें जंगल में यहां-वहां छिपाए रखने के उपरांत बुधवार शाम गांव के पास छोड़ दिया गया। इस दौरान दोनों ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की गई।

नाटकीय घटनाक्रम में आप नेता सोनी सोरी ने मुठभेड़ में घायल व्यक्ति को मंगलवार शाम महारानी अस्पताल में भर्ती करवाया तथा उसके ग्रामीण होने का दावा किया है। वहीं पुलिस उसे हत्या व हत्या के प्रयास का आरोपी बता रही है। पुलिस ने हिड़मू के घर में तोडफ़ोड़, मारपीट व अगवा करने के मामले में चार लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर अपराध पंजीबद्ध किया है। इनकी रिहाई के लिए काफी संख्या में ग्रामीण तीर-धनुष से लैस होकर पखनार चौकी पहुंचे थे। इसकी सूचना मिलने पर शहर से काफी संख्या में फोर्स पखनार में तैनात की गई थी।

एडिशनल एसपी विजय पांडेय ने ग्रामीणों को समझाइश दी व आश्वासन दिया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद कुछ ग्रामीण अब भी पखनार के आसपास मौजूद बताए गए हैं।

chat bot
आपका साथी