नक्सल हमले के बाद बंद हो गया था सैटेलाइट ट्रैकर

रायपुर [ब्यूरो]। सुकमा में नक्सली हमले के समय सीआरपीएफ की टुकड़ी का सैटेलाइट ट्रैकर बंद हो गया था। सी

By Edited By: Publish:Mon, 08 Dec 2014 06:15 AM (IST) Updated:Mon, 08 Dec 2014 02:33 AM (IST)
नक्सल हमले के बाद बंद हो गया था सैटेलाइट ट्रैकर

रायपुर [ब्यूरो]। सुकमा में नक्सली हमले के समय सीआरपीएफ की टुकड़ी का सैटेलाइट ट्रैकर बंद हो गया था। सीआरपीएफ की जांच में पाया गया कि चिंतागुफा से दस किलोमीटर दूर कसलनार के पास नक्सलियों ने जिस पार्टी पर घात लगाकर हमला किया, उसका सैटेलाइट ट्रैकर दोपहर 12.20 बजे के बाद बंद हो गया। पार्टी में शामिल जवानों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर सैटेलाइट ट्रैकर बंद कैसे हो गया? इसके साथ ही यूबीजीएल और अन्य हथियार लूटने की रिपोर्ट भी तैयार की गई है, जिसे सोमवार को गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा। सीआरपीएफ के डीजी ने कोर्ट आफ इन्क्वायरी की घोषणा की है। इसके लिए सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने रविवार को रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया।

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार 29 नवम्बर को गोरगु़़डा, पोलमपल्ली, कांकेरलंका, पुसवा़़डा, तेमेलवा़़डा, चिंतागुफा, बुरकापाल, चितंलनार, भेज्जी के सीआरपीएफ, कोबरा व जिला पुलिस बल के जवान सर्चिग ऑपरेशन के लिए अलग-अलग जगहों से निकले थे। सर्चिग पार्टी को सोमवार शाम चिंतलनार पहुंचना था। कांकेरलंका व चिंतागुफा से निकली हुई पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभे़़ड हुई। मुठभे़़ड की जगह से कुछ दूरी पर सीआरपीएफ के आईजी एचएस सिद्धू की पार्टी थी। पार्टी ने सैटेलाइट कम्यूनिकेशन टूटने के बाद सिद्धू की पार्टी पीछे की ओर लौटी। वह भी रास्ता भटक कर आगे की ओर चली गई थी। बाद में लगभग एक बजकर 20 मिनट पर सिद्धू की पार्टी घटनास्थल के पास पहुंची। यह पार्टी 13 शहीद जवान, 14 घायल और दस मलेरिया से पी़ि़डत जवानों को लेकर चिंतागुफा पहुंची।

शहीदों के परिजनों को पहला चेक जारी

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार शहीद जवानों के परिजनों के लिए 21 लाख पए का पहला चेक जारी कर दिया गया है। इसमें 20 लाख पए रिस्क फंड से और एक लाख पए सेंट्रल वेलफेयर फंड से दिया जा रहा है। परिजनों को सीआरपीएफ की ओर से 61 लाख पए दिए जाएंगे। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के दौरे के समय 38 लाख पए देने की घोषणा की थी। राज्य पुलिस के आला अधिकारियों के अनुसार, नक्सली हमले में शहीद होने वाले पुलिस बल के जवानों को 28 लाख पए दिए जाते हैं। इसमें 25 लाख पए स्पेशल इंश्योरेंस और तीन लाख पए एक्सग्रेसिया दिया जाता है।

गृहमंत्रालय को सौंपेंगे प्रस्ताव

सीआरपीएफ के आला अधिकारियों के अनुसार बस्तर में सुविधा बढ़ाने का प्रस्ताव गृह मंत्रालय को सौंपा जाएगा। इसमें नाइट लैंडिंग डिवाइस, ज्यादा जवानों की तैनाती की मांग की जाएगी।

गृह मंत्रालय की सोमवार को होने वाली बैठक में जवानों के शहीद होने पर मिलने वाली राशि को बढ़ाकर एक करोड़ करने का प्रस्ताव दिया जाएगा। इसके साथ ही शहीद जवानों के परिजनों को उसी पद पर नियुक्ति देने का भी प्रस्ताव तैयार किया गया है।

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