बंदूक से नहीं होगा नक्सल समस्या का समाधान : रमन

रायपुर, जगदलपुर [ब्यूरो]। बस्तर दशहरा की तारीफ करते सोमवार को सिरहासार में आयोजित मुरिया दरबार में म

By Edited By: Publish:Tue, 07 Oct 2014 06:14 AM (IST) Updated:Tue, 07 Oct 2014 02:26 AM (IST)
बंदूक से नहीं होगा नक्सल समस्या का समाधान : रमन

रायपुर, जगदलपुर [ब्यूरो]। बस्तर दशहरा की तारीफ करते सोमवार को सिरहासार में आयोजित मुरिया दरबार में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि पीढ़ी को ठीक करना चाहते हैं तो बच्चों को पढ़ाएं। समाज को विकास के रास्ते पर लाना मांझी-मुखिया, पटेल आदि का सामाजिक दायित्व है। बंदूक चलाने से कुछ हासिल होने वाला नहीं, गले मिलकर ही समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। नक्सलियों का नाम लिए बिना कहा कि उनसे हमारी कोई दुश्मनी नहीं है, आखिर वे भी हमारे भाई हैं, जो रास्ता भटक गए हैं।

उन्होंने कहा कि बस्तर करवट बदल रहा है। अब यहां से लौह अयस्क जाने नहीं देंगे। बस्तर का लोहा यहां के इस्पात संयंत्रों में ही गलेगा। इनकी स्थापना से बस्तर का विकास होगा। प्रधानमंत्री द्वारा चलाए गए सफाई अभियान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सफाई के मामले में बस्तर के लोग पहले से सजग हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर का भविष्य सुखद देखना चाहते हैं तो बच्चों को स्कूल भेजने का संकल्प लें। बेटियों को अनिवार्य रूप से पढ़ाएं। प्रदेश सरकार बेटियों को ग्रेजुएट तक नि:शुल्क शिक्षा देगी।

मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन द्वारा सौंपे गए आवेदनों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इलाज के लिए फिलहाल 30 हजार रपए दे रही है। इस राशि को हम 50 हजार तक करना चाहते हैं। आदिवासियों को वनोपज का वाजिब दाम मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार ने एक हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। ग्रामीणों द्वारा संग्रहित वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा।

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