Mutual Funds में बड़े बदलाव की तैयारी कर रहा SEBI, निवेशकों को मिलेंगे ज्यादा विकल्प
SEBI ने म्यूचुअल फंड्स की ESG के तहत पांच नई कैटेगरी जोड़ने का प्रस्ताव दिया है। ESG एक थीम बेस्ड फंड होते हैं जिसमें किसी एक विशेष थीम में एएमसी द्वारा निवेश किया जाता है। (जागरण फाइळ फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय शेयर बाजार के नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India -SEBI) म्यूचुअल फंड कंपनियों ईएसजी के तहत पांच नई कैटेगरी जोड़ने का प्रस्ताव रखा है। मौजूदा समय में म्यूचुअल फंड्स को केवल इक्विटी योजनाओं के तहत थीमैटिक कैटेगरी के तहत एक ईएसजी स्कीम को शुरू करने की इजाजत है।
पांच नई कैटेगरी में एक्सक्लूजन, इंटीग्रेशन, बेस्ट-इन-क्लास एंड पॉजिटिव स्क्रीनिंग, इम्पैक्ट इन्वेस्टिंग और सस्टेनेबल ऑब्जेक्टिव हैं। सेबी के प्रस्ताव के अनुसार हर एएमसी को पांचों नई सब कैटेगरियों में एक-एक फंड लॉन्च करने की इजाजत होगी। अगर ये प्रस्ताव अमल में लाया जाता है, तो निवेशकों को पहले के मुकाबले अधिक विकल्प मिलेंगे।
सेबी ने अपने कंसल्टिंग लेटर में कहा कि एएमसी को ईएसजी थीम के तहत संपत्ति का अधिक अनुपात रखने और उचित खुलासा करने का प्रयास करना चाहिए।
80 प्रतिशत तक एक थीम में हो सकेगा निवेश
ईएसजी की नई कैटेगरी के तहत एएमसी को एक ही थीम में 80 प्रतिशत तक निवश कर सकेंगी। साथ ही जो बाकी बचा पैसा स्कीम के अनुसार ही लगाया जाना चाहिए।