क्रेडिट कार्ड से हो सकता है बड़ा नुकसान, इस्तेमाल से पहले बैंक से जरूर पूछें ये सवाल

केंद्र सरकार की ओर से बीते 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद क्रेडिट और डेबिट कार्ड का चलन तेजी से बढ़ा है विशेषकर पेट्रोल और डीजल की खरीद के दौरान

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Thu, 12 Jan 2017 05:37 PM (IST) Updated:Thu, 12 Jan 2017 05:43 PM (IST)
क्रेडिट कार्ड से हो सकता है बड़ा नुकसान, इस्तेमाल से पहले बैंक से जरूर पूछें ये सवाल

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से बीते 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद क्रेडिट और डेबिट कार्ड का चलन तेजी से बढ़ा है विशेषकर पेट्रोल और डीजल की खरीद के दौरान। ऑनलाइन शॉपिंग हो या रिटेल स्टोऔर से खरीदारी, रेस्टोिरेंट में खाना खाना हो या फिर मूवी के टिकट खरीदने हों, हर कोई कार्ड के जरिए ही पेमेंट करना बेहतर समझता है। इतना ही नहीं अगर आपके पास कार्ड नहीं तो बैंक इसकी भी जानकारी कर आपको बार बार फोन कर लुभावने ऑफर्स के साथ इसे लेने के लिए आग्रह करते रहते हैं। अक्सर बैंक आपको क्रेडिट कार्ड देते वक्त तमाम बातें छुपा लेते हैं। क्रेडिट कार्ड से जुड़ी ऐसी बातें होती है जिन्हें बैंक कर्मी जानबूझकर छुपाता है। दैनिक जागरण की टीम आपको यही बताने की कोशिश करेगी।

फ्री ईएमआई स्कीम लेने से पहले जरूर जानें शर्तें:
बैंक अपने प्रिविलेज कस्टलमर्स को फ्री ईएमआई या फिर क्रेडिट कार्ड पर जीरो पर्सेंट पर ईएमआई का वादा करते हैं। लेकिन बैंक शायद ही आपको जीरो ईएमआई से जुड़ी शर्तों को पढ़ने या समझने का समय देते हैं। जीरो प्रतिशत ब्याज पर ईएमआई पर नियम एवं शर्तें लागू होती हैं ऐसे में अगर आप एक भी शर्त का उल्लंघन करते हैं तो 5 या 10 फीसदी नहीं बल्कि आपको 20 फीसदी से भी ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ सकता है।

समय पर पॉइंट रिडीम्ड् करना न भूलें:
कोई भी बैंक आपको यह बात कभी नहीं बताता है कि आप अपने पॉइंट को कैसे रिडीम कर सकते हैं। सही जानकारी न होने पर आपके काफी सारे प्वाइंट बेकार हो जाते हैं और आपका क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जात है। लेकिन आपको जानना चाहिए कि जैसे ही आपके प्वाइंट्स 1000 से 10,000 जैसे स्तर को क्रॉस करते हैं तब बैंक आपको ये नहीं बताता कि आपके इतने प्वाइंट हो गए हैं और आप उन्हें रीडीम कर कैशबैक का भी फायदा उठा सकते हैं।

ड्यू डेट का भी रखें विशेष ध्यान:
आमतौर पर पोस्टपेड मोबाइल फोन का बिल भरने के लिए तो टेलीकॉम कंपनियों की ओर से आपके पास एसएमएस के जिरए रिमाइंड करवाया जाता है, लेकिन क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करने के लिए कंपनियां कोई रिमाइंडर नहीं भेजती हैं। इसलिए आपको अपनी ड्यू डेट के बारे में खुद ही ख्याल रखना होता है वर्ना आपको लेट फीस का भुगतान करने को कहा जाता है।

कार्ड के अपग्रेडेशन पर भी लगता है चार्ज
बैंक आपके अक्सर फ्री ऑफ कॉस्ट सिल्वर कार्ड को गोल्ड में और गोल्ड को प्लेटिनम में अपग्रेड करवाने का लालच देते रहते हैं। लेकिन बैंक आपको ये नहीं बताता हैं कि नए क्रेडिट कार्ड के लिए आपको 500 रुपए से लेकर 700 रुपए तक का शुल्क भी देना पड़ सकता है।

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