अमेरिका में कमजोर जॉब आंकड़ों के बाद टल सकती है ब्याज दरों में बढ़ोतरी

लेवर डिपार्टमेंट की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त महीने में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कुल 1,51,000 नई नौकरियां जुड़ीं।

By MMI TeamEdited By: Publish:Fri, 02 Sep 2016 07:01 PM (IST) Updated:Fri, 02 Sep 2016 07:08 PM (IST)
अमेरिका में कमजोर जॉब आंकड़ों के बाद टल सकती है ब्याज दरों में बढ़ोतरी

नई दिल्ली। लेवर डिपार्टमेंट की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अगस्त महीने में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में कुल 1,51,000 नई नौकरियां जुड़ीं। जबकि अर्थशास्त्रियों ने अगस्त महीने में 1,80,000 नई नौकरियां जुड़ने का अनुमान लगाया था। अनुमान से कमजोर जॉब डेटा के बाद विशेषज्ञ सितंबर महीने में फेडरल रिजर्व की ओर से
ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना से फिलहाल इंकार कर रहे हैं। उनके मुताबिक आज आए पेरोल आंकड़ें अनुमान से कमजोर हैं और फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के लिए इनमें सुधार का इंतजार करेगा।

जॉब आंकड़ों के बाद गोल्ड में आया उछाल
अनुमान से कमजोर जॉब आंकड़ों के बाद सोने की कीमतों में एकाएक तेजी देखने को मिली। अंतराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 1330 डॉलर प्रति औंस तक उछल गई। वहीं डॉलर इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली। दिन के कारोबार में 95.85 के स्तर पर कारोबार करने वाला डॉलर इंडेक्स आंकड़े जारी होने के तुरंत बाद 95.35 के स्तर तक फिसल गया।

सिंतबर में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना कम
केडिया सिक्योरिटीज के प्रमुख अजय केडिया के मुताबिक आज आए अनुमान से कमजोर पे-रोल आंकड़ों के बाद फिलहाल फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी के लिए कुछ इंतजार करेगा। केडिया के मुताबिक बीते 20 वर्षों में राष्ट्रपति चुनाव के साल में अमेरिका में ब्याज दरें नहीं बढ़ी हैं। ऐसे में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे और सितंबर महीने के पे-रोल आंकड़ों पर यह निर्भर करेगा की अमेरिका में ब्याज दरें कब बढ़ाई जाएंगी। केडिया के मुताबिक यदि सिंतबर महीने के आंकड़ों में सुधार देखने को मिलता है तो दिसंबर के करीब हम ब्याज दरों में बढ़ोतरी देख सकते हैं। गौरतलब है कि जैकसन होल पर अपनी स्पीज में फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने यह कहा था कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी कब हो यह आने वाले आर्थिक आंकड़ों पर ही निर्भर करेगा।

FOMC की बैठक पर रहेगी नजर
एस्कॉर्ट्स सिक्योरिटीज के हेड (रिसर्च) आसिफ इकबाल के मुताबिक आज आए आंकड़ों के बाद अब बाजार की नजर 21 सितंबर को होने वाली FOMC की बैठक पर रहेगी। बैठक के बाद आने वाले FOMC के वक्तव्य की भाषा यह तय करेगी कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर फेडरल रिजर्व का नजरिया क्या है? फिलहाल कमजोर आंकड़ों के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी टलने का अनुमान भारत समेत तमाम इमर्जिंग मार्केट के लिए राहत की बात है। डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी के बाद सोमवार को रुपया मजबूत खुल सकता है। साथ ही शेयर बाजार भी इस खबर पर सकारात्मक रुख अपनाएंगे।

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