COVID-19 संकट के दौरान नहीं हो रही कमाई तो कैसे करें पैसे को मैनेज, जानिए

महामारी ने न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में निवेशकों को चिंतित कर दिया है।

By NiteshEdited By: Publish:Fri, 19 Jun 2020 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 19 Jun 2020 09:00 AM (IST)
COVID-19 संकट के दौरान नहीं हो रही कमाई तो कैसे करें पैसे को मैनेज, जानिए
COVID-19 संकट के दौरान नहीं हो रही कमाई तो कैसे करें पैसे को मैनेज, जानिए

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। दुनिया भर में अर्थव्यवस्थाओं के बेहाली ने वित्तीय अनिश्चितता पैदा कर दी है। बाजार के उतार-चढ़ाव के साथ बेरोजगारी की बढ़ती दर ने लोगों को हैरान कर दिया है। लोग यह नहीं जानते कि अपने परिवार के भविष्य की सुरक्षा के लिए उन्हें क्या प्रतिक्रिया देनी चाहिए और किस योजना को अपनाना चाहिए। महामारी ने न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में निवेशकों को चिंतित कर दिया है। बाजार अस्थिर होने के साथ कई वित्तीय साधन नकारात्मक रिटर्न दे रहे हैं। यह चिंता भी है कि आखिर यह महामारी आखिर कब तक चलने वाली है। ऐसी दौर में अपने धन को किसी तरह संजोया जा सकता है, जानिए इस खबर में... 

अपने निवेश प्रोफाइल का मूल्यांकन करें

मौजूदा परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, पैसे कमाना एक कठिन उद्देश्य है। COVID-19 के अचानक प्रकोप ने कई निवेशकों के निवेश को मिटा दिया है। धन के उचित प्रबंधन के लिए अन्य महत्वपूर्ण आवश्यकता लंबी अवधि के लिए निवेश करना है। ऐसा करने से यह सुनिश्चित होता है कि COVID-19 या कोई अन्य संकट आपके पोर्टफोलियो को प्रभावित नहीं करेगा।

इक्विटी बाजार का अत्यधिक अस्थिर होना

मौजूदा समय में इक्विटी बाजारों में उच्च अस्थिरता देखी जा रही है। इस उच्च अस्थिरता के परिणामस्वरूप निवेश नकारात्मक हो सकता है। ऐसे मामले में 6 महीने से अधिक समय के लिए डिप्स निवेश की सलाह दी जाती है। इस तरह के उपाय करने से निवेशकों को 3 साल से अधिक के निवेश के लिए निवेशकों के पोर्टफोलियो में इक्विटी एक्सपोजर का निर्माण करने में मदद मिलेगी।

एक निश्चित आय पोर्टफोलियो पर विचार करें

मालूम हो कि इक्विटी बाजार मौजूदा महामारी की स्थिति में अस्थिर बने हुए हैं, निश्चित आय के साथ निवेश साधन का होना धन प्रबंधन की दिशा में एक लाभदायक कदम हो सकता है। भले ही मौजूदा समय में ब्याज दरों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन भारत सरकार बचत बांड पर 7 साल की लॉक-इन अवधि के साथ 7.75% ब्याज का भुगतान करने जैसे कुछ अवसर हैं जो स्थिर रिटर्न देने में मदद कर सकते हैं।

सोने का निवेश

वर्षों से सोना एक पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है। मौजूदा स्थिति में जब अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ रही है, निवेशक और व्यक्ति सोने में निवेश को लेकर संकोच कर रहे हैं। लोग उपयुक्त निवेश रास्ते की तलाश कर रहे हैं जो मंदी के दौरान आसानी से नकदी में बदल सकते हैं। यहीं पर गोल्ड की अहमियत समझ आती है। गोल्ड हमेशा एक सुरक्षित निवेश संपत्ति रहा है। आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स खरीदने पर विचार कर सकते हैं जो सोने की कीमतों से जुड़े हुए शेयरों के साथ सालाना 2.5% की आय अर्जित करते हैं।

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