म्यूचुअल फंड को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए निवेश में खर्च घटाएगा सेबी

म्यूचुअल फंड को निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक बनाने के उद्देश्य से सेबी इसमें निवेश की लागत को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।

By NiteshEdited By: Publish:Mon, 13 Aug 2018 11:11 AM (IST) Updated:Mon, 13 Aug 2018 11:11 AM (IST)
म्यूचुअल फंड को ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए निवेश में खर्च घटाएगा सेबी

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। म्यूचुअल फंड को निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक बनाने के उद्देश्य से सेबी इसमें निवेश की लागत को कम करने की दिशा में काम कर रहा है। पूंजी बाजार नियामक सेबी ऑनलाइन लेनदेन के जरिये गो ग्रीन इनीशिएटिव को बढ़ावा देगा और विभिन्न स्कीम में वर्तमान खर्चो की समीक्षा करेगा।

इसके अलावा कामकाज, जोखिम प्रबंधन, जांच-पड़ताल प्रक्रिया और वितरण व्यवस्था समेत अन्य प्रक्रियाओं के संदर्भ में म्यूचुअल फंड उद्योग की विभिन्न गतिविधियों में एकरूपता लाने के उपाय किए जाएंगे। सेबी विभिन्न डिजिटल माध्यमों के जरिये जागरूकता बढ़ाकर प्रौद्योगिकी आधारित उपायों की मदद से म्यूचुअल फंड की पहुंच बढ़ाने को लेकर भी संभावनाएं तलाशेगा।

सेबी ने 2017-18 की सालाना रिपोर्ट में यह बात कही है। इससे पहले, जून में सेबी ने म्यूचुअल फंड द्वारा लिए जाने वाले अतिरिक्त शुल्क में उल्लेखनीय कटौती की थी। इसे 0.20 फीसद से घटाकर 0.05 फीसद कर दिया गया था। सेबी की तमाम पहल का ही नतीजा है कि 2017-18 में म्यूचुअल फंड उद्योग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई थी। मार्च, 2018 के अंत में इस उद्योग का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 21.36 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था। एक साल पहले यह 17.54 लाख करोड़ रुपये था। फिलहाल यह 23 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है।

सेबी के बारे में
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) प्रतिभूतियों (सिक्यूरिटीज़) में निवेश करने वाले निवेशकों के हितों का संरक्षण करता है। इसकी स्थापना भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल, 1992 को हुई थी। सेबी इसके अलावा प्रतिभूति बाजार (सिक्यूरिटीज मार्केट) के विकास को और उन्नत करता है।

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