सांठ-गांठ मामले में सीमेंट कंपनियों को भरना होगा 6300 करोड़ रुपये का जुर्माना, दबाव में आए शेयर्स

आपसी सांठ-गांठ कर सीमेंट के दाम में इजाफा किए जाने के मामले में सीमेंट कंपनियों को NCLAT से राहत नहीं मिली है और उन्हें सीसीआई की तरफ से लगाए गए 6300 करोड़ रुपये के जुर्माने का भुगतान करना होगा।

By Abhishek ParasharEdited By: Publish:Wed, 25 Jul 2018 01:00 PM (IST) Updated:Wed, 25 Jul 2018 06:25 PM (IST)
सांठ-गांठ मामले में सीमेंट कंपनियों को भरना होगा 6300 करोड़ रुपये का जुर्माना, दबाव में आए शेयर्स

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। ''सांठ-गांठ'' मामले में सीमेंट कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। नैशनल कंपनी लॉ अपीली ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) ने सीमेंट कंपनियों पर लगाए गए 6,300 करोड़ रुपये के जुर्माने को बरकरार रखा है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने इन कंपनियों पर आपसी ''सांठ-गांठ'' की मदद से कीमत को बढ़ाए जाने के मामले में दोषी करार देते हुए जुर्माना लगाया था। 

जस्टिस एस जे मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय एनसीएलएटी ने सीसीआई के फैसले के खिलाफ दायर की गई याचिका को निराधार बताते हुए सीमेंट कंपनियों को राहत देने से मना कर दिया।

सितंबर 2016 में सीसीआई ने 11 सीमेंट कंपनियों को ''सांठ-गांठ'' का दोषी पाया था। इन कंपनियों ने सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के मंच का इस्तेमाल करते हुए कीमत और उत्पादन क्षमता को लेकर जानकारी साझा की और इसके बाद उन्होंने बाजार में उत्पादन और आपूर्ति की प्रक्रिया को प्रभावित किया। कंपनियों के इस आपसी गठजोड़ से सीमेंट की कीमतों में इजाफा हुआ।

सबसे ज्यादा पेनाल्टी आदित्य बिड़ला ग्रुप की सीमेंट कंपनी अल्ट्राटेक पर लगाया गया है।

सीसीआई ने जिन 11 कंपनियों पर यह जुर्माना लगाया है, उनमें एसीसी, अंबुजा, बिनानी, सेंचुरी, इंडिया सीमेंट, मद्रास सीमेंट, जेके सीमेंट, लाफार्ज, रैमको, अल्ट्राटेक और जयप्रकाश एसोसिएट्स शामिल हैं।

एनसीएलएटी के फैसले के बाद एसीसी को 1147.59 करोड़, अंबुजा को 1163.91 करोड़, बिनानी को 167.32 करोड़ रुपये, सेंचुरी को 274.02 करोड़ रुपये, इंडिया सीमेंट को 187.48 करोड़ रुपये और जेके सीमेंट को 128.54 करोड़ रुपये के जुर्माने का भुगतान करना होगा।

इसके अलावा लाफार्ज को 490.01 करोड़ रुपये, रैमको को 258.63 करोड़ रुपये, अल्ट्राटेक को 1175.49 करोड़ और जयप्रकाश एसोसिएट्स को 1323.60 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।

दबाव में आया सीमेंट काउंटर

एनसीएएलटी के फैसले के बाद सीमेंट कंपनियों के शेयर दबाव में नजर आ रहे हैं। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शानदार नतीजे देने वाली एसीसी के शेयर में करीब एक फीसद की गिरावट देखने को मिल रही है वहीं अंबुजा सीमेंट का शेयर करीब एक फीसदी से अधिक तक टूट चुका है। 

इंडिया सीमेंट्स के शेयरों में जहां 2.5 फीसद तक की गिरावट आई है वहीं जेके सीमेंट के शेयरों में आधा फीसद तक की कमजोरी आई है।

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