FY18 Q4 में एलएंडटी और NTPC का बढ़ा मुनाफा, बैंक ऑफ इंडिया का घाटा बढ़कर हुआ 3969 करोड़ रुपये

वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के लिए लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी), एनटीपीसी और बैंक ऑफ इंडिया ने तिमाही नतीजे शामिल कर दिये हैं

By Surbhi JainEdited By: Publish:Mon, 28 May 2018 06:07 PM (IST) Updated:Mon, 28 May 2018 06:07 PM (IST)
FY18 Q4 में एलएंडटी और NTPC का बढ़ा मुनाफा, बैंक ऑफ इंडिया का घाटा बढ़कर हुआ 3969 करोड़ रुपये

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सोमवार को दिग्गज कंपनियों ने वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही के लिए अपने नतीजें जारी कर दिये हैं। इनमें लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी), एनटीपीसी और बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं। जहां एक ओर एलएंडटी और एनटीपीसी के मुनाफे में बढ़त दर्ज की गई है वहीं, बैंक ऑफ इंडिया को नुकसान हुआ है। जानिए कैसे रहे इन कंपनियों के नतीजें-

एलएंडटी का मार्च तिमाही में पांच फीसद तक बढ़ा शुद्ध मुनाफा-

वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी एलएंडटी का कंसोलिडेटिड नेट मुनाफा 4.72 फीसद की बढ़त के साथ 3167.47 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है। बीते वर्ष की समान अवधि में इसका शुद्ध मुनाफा 3024.61 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा था।  

जनवरी से मार्च 2018 में कंपनी का कंसोलिडेटिड ग्रॉस रेवेन्यू 40678 करोड़ रुपये के स्तर पर रही है जो कि साल दर साल के आधार पर 10 फीसद की बढ़त है। यह जानकारी एलएंडटी ने अपने एक बयान में दी है। समीक्षाधीन अवधि में इसके कुल खर्च बढ़कर 36198.11 करोड़ रुपये रही है। जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में यह 33464.06 करोड़ रुपये रही थी।   

चौथी तिमाही में एनटीपीसी का मुनाफा 41 फीसद तक बढ़ा-

वित्त वर्ष 2018 की जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान एनटीपीसी के स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट में 40.69 फीसद की बढ़त दर्ज की गई है। यह बढ़कर 2925.59 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा है। नेट प्रॉफिट में यह बढ़त उच्च राजस्व के चलते देखने को मिली है। बीएसई फाइलिंग से जानकारी मिली है बीते वर्ष की समान अवधि में कंपनी का नेट प्रॉफिट 2079.40 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में इसकी स्टैंडअलोन आधार पर कुल आय 23617.83 करोड़ रुपये रही है जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में यह 20886.85 करोड़ रुपये के स्तर पर रही थी।     

बैंक ऑफ इंडिया का बैड लोन के चलते बढ़ा नुकसान-

वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में बैंक ऑफ इंडिया का शुद्ध घाटा बढ़कर 3969.27 करोड़  रुपये हो गया है। घाटे का दायरे मुख्य रूप से बैड लोन के चलते बढ़ा है। कंपनी ने बीते वर्ष की समान अवधि 1045.54 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। वहीं, वित्त वर्ष 2018 की दिसंबर तिमाही में कंपनी का घाटा 2341.20 करोड़ रुपये था। बैंक का नेट नॉन परफोर्मिंग एसेट (एनपीए) 6.90 फीसद से बढ़कर 8.26 फीसद हो गया है। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की आय बीते वर्ष के 12335.71 करोड़ रुपये से घटकर 10722.07 करोड़ रुपये हो गई है।   

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