कच्चे तेल और गैस की वाजिब कीमत तय करे ओपेक: प्रधान

कच्चे तेल की ऊंची कीमत से कई देशों में आर्थिक विकास प्रभावित हो रहा है

By Surbhi JainEdited By: Publish:Thu, 21 Jun 2018 11:34 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jun 2018 12:53 PM (IST)
कच्चे तेल और गैस की वाजिब कीमत तय करे ओपेक: प्रधान

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत ने तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक से कहा है कि कच्चे तेल और गैस की वाजिब कीमतें तय की जानी चाहिए। मौजूदा कीमतें बाजार के मूलभूत सिद्धांत से मेल नहीं खाती हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश है।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यहां एक ओपेक सेमिनार में कहा कि तेल और गैस के मौजूदा ग्लोबल ट्रेड से आम लोगों के लिए ऊर्जा की सुलभता सीमित हुई है, क्योंकि अब यह काफी महंगी है। आंतरिक या बाहरी राजनीतिक उथल-पुथल के कारण कुछ देशों में उत्पादन घट जाता है। हम उम्मीद करते हैं कि ओपेक और उसके सदस्य देश सप्लाई की कमी दूर करने के लिए प्रतिबद्धता दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमत से कई देशों में आर्थिक विकास प्रभावित हो रहा है। अगर कीमतें इसी तरह उच्च स्तर पर बनी रहीं तो अस्थिरता के दौर से गुजर रहा वैश्विक आर्थिक विकास को खतरा पैदा हो सकता है। विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी उथल-पुथल दिखी है। अब कीमतें बाजार के मूलभूत सिद्धांत से दूर हो गई हैं।

प्रधान ने कहा कि इस समय सख्त जरूरत है कि जिम्मेदार मूल्य निर्धारण हो। ऐसी कीमत होनी चाहिए, जिससे उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों के बीच संतुलन बन सके। तेल और गैस के मूल्य में पारदर्शिता और लचीलापन लाना जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत कच्चा तेल 30 डॉलर प्रति बैरल के निचले स्तर पर बिकने के पक्ष में नहीं है, लेकिन वह मौजूदा ऊंची कीमत के पक्ष में भी नहीं है।’

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