अंतरराष्ट्रीय संकेतों पर ही चलेगा शेयर बाजार

घरेलू स्तर पर कोई प्रोत्साहन नहीं मिलने से शेयर बाजार पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय संकेतकों के भरोसे हैं। यही वजह है कि दोनों प्रमुख शेयर सूचकांक सप्ताह खत्म होते-होते एक साल के न्यूनतम पर कमजोर होकर बंद हुए। इस सप्ताह भी बाजार में तेज उतार-चढ़ाव बने रहने की आशंका है। अमेरिका

By Edited By: Publish:Mon, 07 Sep 2015 09:51 AM (IST) Updated:Mon, 07 Sep 2015 10:02 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय संकेतों पर ही चलेगा शेयर बाजार

घरेलू स्तर पर कोई प्रोत्साहन नहीं मिलने से शेयर बाजार पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय संकेतकों के भरोसे हैं। यही वजह है कि दोनों प्रमुख शेयर सूचकांक सप्ताह खत्म होते-होते एक साल के न्यूनतम पर कमजोर होकर बंद हुए। इस सप्ताह भी बाजार में तेज उतार-चढ़ाव बने रहने की आशंका है। अमेरिका के नौकरी के आंकड़ों पर बाजार में प्रतिक्रिया हो सकती है। साथ ही, चीन के बाजार भी दो दिन की छुट्टी के बाद खुल रहे हैं।

हाल की गिरावट ने निवेशकों के भरोसे को बुरी तरह डगमगा दिया है। हालांकि अभी तेजी का दौर पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। कंपनियों के नतीजों में बदलाव का दौर चल रहा है। निवेशक भी जोखिम को लेकर सतर्क हैं। वैसे हमारी राय है कि निफ्टी में 7500 के स्तर को अच्छी क्वॉलिटी के शेयर खरीदने के अवसर के तौर पर देखा जाना चाहिए। आइटी, तेल मार्केटिंग कंपनियां, निजी बैंक व फार्मा जैसे क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं देखी जा सकती हैं।

सितंबर का महीना भी इक्विटी बाजार के लिए मुश्किल भरा हो सकता है, क्योंकि अभी चीन से और खबरें आनी बाकी हैं। साथ ही, अमेरिकी फेडरल रिजर्व 17 सितंबर को ब्याज दरों के संबंध में फैसला लेगा। लेकिन दुनिया भर के इक्विटी बाजारों में करेक्शन के बाद शेयरों में निवेश के पक्ष में ही माहौल बन रहा है।

यदि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में वृद्धि करता है तो रिजर्व बैंक 29 सितंबर को कर्ज नीति की होने वाली समीक्षा में ब्याज दर कम कर सकता है। महंगाई की दर में जरूरत से ज्यादा गिरावट के बाद अब आरबीआइ के पास ऐसा फैसला लेने का आधार बन गया है।

इस सप्ताह सरकार की तरफ से अर्थव्यवस्था के कुछ महत्वपूर्ण आंकड़ों का एलान होगा। शुक्रवार को जुलाई के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होंगे। औद्योगिक उत्पादन में 2.7 फीसद वृद्धि होने की संभावना है। जून में इसमें 3.8 फीसद की वृद्धि हुई थी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंगलवार को चीन व्यापार संतुलन के आंकड़े जारी करेगा, जबकि बुधवार को खुदरा महंगाई के आंकड़े आएंगे। गुरुवार को बैंक ऑफ इंग्लैंड मौद्रिक नीति व ब्याज दरों को लेकर बैठक करेगा। अमेरिका से बेरोजगारी के आंकड़े भी इसी दिन आएंगे। वैसे सोमवार को अमेरिकी बाजार श्रम दिवस के चलते बंद रहेंगे। इन सभी घटनाक्रमों पर निवेशकों की नजर रहेगी।
संदीप पारवाल
एमडी
एसपीए
कैपिटल्स
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