विजया बैंक का मुनाफा 57 फीसद उछला

वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान विजया बैंक के मुनाफे में जोरदार बढ़त हुई है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Sun, 23 Jul 2017 11:57 AM (IST) Updated:Sun, 23 Jul 2017 11:57 AM (IST)
विजया बैंक का मुनाफा 57 फीसद उछला
विजया बैंक का मुनाफा 57 फीसद उछला

नई दिल्ली (पीटीआई)। सार्वजनिक क्षेत्र के विजया बैंक के मुनाफे में जोरदार बढ़त हुई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का लाभ 57.5 फीसद बढ़कर 254.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2016-17 की इसी अवधि में उसे 161.66 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। रिटेल इनकम में मजबूत ग्रोथ और फंसे कर्ज के स्तर में मामूली गिरावट ने इस प्रदर्शन में मदद की।

पहली तिमाही में कंपनी की कुल आय 3295.05 करोड़ से बढ़कर 3510.11 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान फंसे कर्जो का स्तर 7.31 फीसद से घटकर 7.30 फीसद हो गया। बैंक ने प्रॉविजनिंग और आकस्मिक व्यय के लिए 423.20 करोड़ रुपये की राशि रखी, जो एक साल पहले 267.82 करोड़ रुपये थी।

डी-मार्ट का प्रॉफिट 48 फीसद बढ़ा: सुपरमार्केट की डी-मार्ट चेन चलाने वाली एवेन्यू सुपरमार्ट्स के लाभ में शानदार बढ़ोतरी हुई है। जून में समाप्त पहली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 47.6 फीसद उछलकर 174.77 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 118.44 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की आय 35.7 फीसद बढ़कर 3598.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह राशि 2652.39 करोड़ रुपये थी।

डिविस लैब्स के लाभ में भारी गिरावट: दवा कंपनी डिविस लेबोरेटरीज के मुनाफे में कमी आई है। चालू वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में कंपनी का लाभ 41.50 फीसद घटकर 176.54 करोड़ रुपये रह गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में उसे 301.81 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की परिचालन आय 850.88 करोड़ रुपये रही। एक साल पहले यह 1033.50 करोड़ रुपये थी।

जम्मू एंड कश्मीर बैंक का प्रॉफिट बढ़ा: जम्मू एंड कश्मीर बैंक के मुनाफे में बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में बैंक का लाभ 32 फीसद बढ़कर 30.19 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक को 22.88 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। इस दौरान बैंक की आय 1789.05 करोड़ से बढ़कर 1790.53 करोड़ रुपये हो गई। समीक्षाधीन अवधि में फिलहाल बैंक के फंसे कर्ज भी 9.31 फीसद से बढ़कर 10.79 फीसद पर पहुंच गए।

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