मोबाइल कंपनियों के बीच एक और 'युद्ध' की तैयारी

मोबाइल सेवा कंपनियों के लिए भी जल्द ही एक नए तरह का मुकाबला शुरू होने की जमीन बनने लगी है। इस बार यह जंग 4जी सेवा में होने जा रही है। इस मुकाबले में एक तरफ होगी रिलायंस जियो और दूसरी तरफ होंगी मोबाइल सेवा क्षेत्र की मौजूदा दिग्गज कंपनियां

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Sun, 19 Jul 2015 08:43 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jul 2015 09:03 PM (IST)
मोबाइल कंपनियों के बीच एक और 'युद्ध' की तैयारी

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। मोबाइल सेवा कंपनियों के लिए भी जल्द ही एक नए तरह का मुकाबला शुरू होने की जमीन बनने लगी है। इस बार यह जंग 4जी सेवा में होने जा रही है। इस मुकाबले में एक तरफ होगी रिलायंस जियो और दूसरी तरफ होंगी मोबाइल सेवा क्षेत्र की मौजूदा दिग्गज कंपनियां मसलन एयरटेल, वोडाफोन इत्यादि। मुकाबले में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों पर कब्जा जमाने के लिए कंपनियां सस्ते हैंडसेट का सहारा लेने जा रही हैं। रिलायंस जियो के सस्ते हैंडसेट मार्केटिंग गेमप्लान के सामने अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एयरटेल व वोडाफोन भी सस्ते हैंडसेट समेत 4जी मोबाइल कनेक्शन देने का तरीका आजमाएंगी। इन हैंडसेट की कीमत 4000-5000 रुपये से शुरू होगी।

सिर्फ मोबाइल सेवा देने वाली कंपनियों को ही नहीं बल्कि हैंडसेट निर्माता कंपनियों को भी भारत के मोबाइल 4जी सेवा में अपार संभावनाएं दिख रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट व सैमसंग जैसी नामचीन कंपनियों से लेकर जियोमी, लेनोवो जैसी मध्यम आकार की कंपनियां और पैनासोनिक, वीवो जैसी छोटी कंपनियां भी सस्ते 4जी हैंडसेट बाजार में आक्रामक तरीके से फोन उतारने की तैयारी में हैं। एयरटेल के सूत्रों ने बताया कि 4,000 रुपये से लेकर 12,000 रुपये के बीच में 4जी आधारित मोबाइल हैंडसेट के कई मॉडल त्योहारी मौसम के आसपास लांच किए जाएंगे। कंपनी की जियोमी, एसेस, फॉक्सकॉन जैसी कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है। इन कंपनियों के 4जी हैंडसेट पहले से ही बाजार में हैं, लेकिन कुछ हैंडसेट के लिए एयरटेल एक्सक्लूसिव समझौता करना चाहती है।

एयरटेल की तरह वोडाफोन भी तेजी से अपनी 4जी सेवाओं का विस्तार करने जा रही है। चूंकि कंपनी के पास सिर्फ देश के पांच सर्किलों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, कर्नाटक, मुंबई व केरल में 4जी सेवा का लाइसेंस है, इसलिए वह इन सर्किलों में ही अपना ध्यान देगी। वोडाफोन इस समय अपनी 4जी सेवा का ट्रायल कर रही है। माना जा रहा है कि इसकी सर्विस भी इन सर्किलों में अक्टूबर-नवंबर, 2015 के आसपास आएगी। सूत्रों के मुताबिक वोडाफोन भी कुछ हैंडसेट बनाने वाली कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है ताकि सस्ते हैंडसेट बाजार में उतारे जा सकें। वोडाफोन के अधिकारी स्वीकार करते हैं कि उनका आकलन है कि भारत में 4जी सेवा का विस्तार 3जी सेवा से ज्यादा तेजी से होगा। दरअसल, इन दोनों कंपनियों को ऐसा लग रहा है कि रिलायंस जियो की 4जी सेवा उनकी 3जी सेवा के लिए भी एक बड़ी चुनौती होगी। रिलायंस जियो ने दिसंबर, 2015 तक देश के सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में अपनी 4जी सेवा को लांच करने का नेटवर्क लगभग तैयार कर लिया है। कंपनी पहले ही एलान कर चुकी है कि वह न सिर्फ बहुत ही सस्ते हैंडसेट देगी बल्कि उसकी कॉल की दरें भी काफी कम रहेंगी।

बिजनेस सेक्शन की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी