एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाने का दिखा असर, चढ़े शुगर कंपनियों के शेयर्स

सरकार की ओर से चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म करने बाद चीनी के स्टॉक्स में 9 फीसद तक की तेजी देखने को मिली है

By Surbhi JainEdited By: Publish:Wed, 21 Mar 2018 06:29 PM (IST) Updated:Wed, 21 Mar 2018 06:32 PM (IST)
एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाने का दिखा असर, चढ़े शुगर कंपनियों के शेयर्स
एक्सपोर्ट ड्यूटी हटाने का दिखा असर, चढ़े शुगर कंपनियों के शेयर्स

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बुधवार के कारोबार में चीनी के शेयर्स में 9 फीसद तक का उछाल देखा गया है। स्टॉक्स में उछाल का कारण केंद्र सरकार की ओर से कच्ची और परिष्कृत चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी (निर्यात शुल्क) को पूरी तरह से खत्म करने को माना जा रहा है।

बीएसई पर बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयर्स में 8.90 फीसद, केसीपी शुगर एंड इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन में 5.28 फीसद, गायत्री शुगर्स में 2.54 फीसद, मवाना शुगर्स में 1.70 फीसद, डालमिया बारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज में 1.20 फीसद, राणा शुगर्स में 1.02 फीसद, धामपुर शुगर्स मिल्स में 0.90 फीसद और द्वारीकेश शुगर्स इंडस्ट्रीज में 0.72 की तेजी देखने को मिली है।

चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी पूरी तरह खत्म

सरकार ने कच्ची और परिष्कृत चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी (निर्यात शुल्क) को पूरी तरह से खत्म कर दिया। सरकार ने यह फैसला शिपमेंट को बढ़ावा देने के लिए लिया है क्योंकि चालू वित्त वर्ष 2017-18 के मार्केटिंग सीजन में देश 29.5 मिलियन टन चीनी का उत्पादन करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आपको बता दें कि चीनी पर एक्सपोर्ट ड्यूटी की दर अभी तक 20 फीसद निर्धारित थी।

केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) ने बताया कि अब यह फैसला लिया गया है कि रॉ सुगर, व्हाइट सुगर और रिफाइंड सुगर पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को 20 फीसद से घटाकर निल पर लाया जाए। इससे पहले सरकार ने शिपमेंट की जांच के लिए चीनी पर आयात शुल्क को दोगुना बढ़ाकर 100 फीसद कर दिया था। चीनी के मामले में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। 2017-18 के मार्केटिंग इयर (अक्टूबर से सितंबर की अवधि) के दौरान इसका आउटपुट तेजी से बढ़कर 29.5 करोड़ टन होने का अनुमान है, जबकि बीते वर्ष की समान अवधि के दौरान यह 20.3 मिलियन टन रहा था। आपको बता दें कि देश में चीनी की घरेलू मांग सालाना 24-25 मिलियन टन है।

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