बिटकॉइन पर बढ़ता संशय, इस देश में बंद हुई ट्रेडिंग

जहां एक ओर बिटकॉइन को कुछ लोग निवेश के लिए अच्छा विकल्प मान रहे हैं, वहीं दुनियाभर में इसको लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है

By Surbhi JainEdited By: Publish:Thu, 14 Dec 2017 03:26 PM (IST) Updated:Fri, 15 Dec 2017 12:54 PM (IST)
बिटकॉइन पर बढ़ता संशय, इस देश में बंद हुई ट्रेडिंग
बिटकॉइन पर बढ़ता संशय, इस देश में बंद हुई ट्रेडिंग

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बिटकॉइन की ट्रेडिंग करने वाले एशिया के तीसरे सबसे बड़े देश दक्षिण कोरिया में इस वर्चुअल करेंसी की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई है। दुनियाभर में बिटकॉइन को लेकर मचे शोर के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी इसके खतरे के प्रति लोगों को आगाह कर चुका है। बेशक बिटकॉइन लोगों को रातोरात अमीर बना रहा हो लेकिन न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक के एक अर्थशास्त्री ने इसे वर्चुअल करेंसी का बबल बताया है। कुल मिलाकर बिना नियामक वाले बिटकॉइन को लेकर दुनियाभर में अनिश्चितता जारी है।

बिटकॉइन पर दक्षिण कोरिया: दक्षिण कोरिया के पीएमओ ने कहा, “सिओल देश के सभी वित्तीय संस्थानों में वर्चुअल करंसी में ट्रेडिंग बैन कर रहा है। इसमें वर्चुअल करंसी की खरीद, अपने पास रखना या फिर कोलैटरल के रूप में रखना शामिल है।” देश के सबसे बड़े बिटकॉइन एक्सचेंज बिथम पर इस घोषणा के बाद पांच फीसद तक की गिरावट दर्ज की गई है।

बिटकॉइन में डील करने वाले देशों की सूची में पहले और दूसरे स्थान पर जापान और अमेरिका है। यह जानकारी क्रिप्टो कंरसी डेटा साइट क्रिप्टोकंपेयर के जरिए सामने आई है। साथ ही दक्षिण कोरिया एथेरियम, लाइटकॉइन और रिप्पल जैसी वर्चुअल करंसी का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है।

कुल वैश्विक बिटकॉइन लेनदेन का 20 फीसद ट्रांजेक्शन दक्षिण कोरिया में होता है। ऐसा माना जा रहा है कि देश में करीब 10 लाख लोगों के पास बिटकॉइन है। साथ ही इसकी मांग इतनी ज्यादा है कि एक यूनिट की कीमत अमेरिका की तुलना में 20 फीसद ज्यादा है। वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला है। इस साल जनवरी के 1000 डॉलर से भी कम कीमत से इस वर्चुअल करंसी ने इस हफ्ते 17000 डॉलर तक का स्तर छुआ है।

न्यूजीलैंड के केंद्रीय बैंक ने बिटकॉइन को कहा बबल-
न्यूजीलैंड के सेंट्रल बैंक ने कहा, “बिटकॉइन एक बबल है और क्रिप्टोकरंसी का इस्तेमाल भविष्य में बेहद अनिश्चित है। बबल का कभी कोई पता नहीं लगा सकता। कोई यह नहीं जान सकता है कि इसमें गिरावट आने से पहले यह कितना चढ़ेगा।” इस साल बिटकॉइन में 1500 फीसद तक की तेजी दर्ज की गई है। साथ ही बीते दो हफ्तों में इसमें 85 फीसद तक की बढ़त देखने को मिली है। जानकारी के लिए बता दें कि सर्कुलेशन में कुल बिटकॉइन की कीमत न्यूजीलैंड की 185 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है।

भारतीय रिजर्व बैंक भी तीन बार कर चुका आगाह
5 दिसंबर को RBI ने इस संबंध में पूर्व में जारी चेतावनी का उल्लेख किया है। साथ ही कहा है कि कई VC के मूल्यांकन में रैली और इनिशियल कॉइन पेशकशों (ICO) में तेज वृद्धि को देखते हुए हम अपनी चिंता को फिर दोहराते हैं। बिटकॉइन का किसी मौद्रिक प्राधिकरण कि ओर से नियमन नहीं होता है। इसमें ट्रेडिंग को मान्यता नहीं दी गई है। इसलिए वर्चुअल करेंसी में ट्रेड करना काफी जोखिम भरा है।

क्या कहना है एक्सपर्ट का-
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि पहली बात यह है कि बिटकॉइन कोई करेंसी नहीं है। करेंसी की परिभाषा के मुताबिक किसी भी देश की मुद्रा में कुछ की हफ्तों के भीतर दोगुने और तीन गुने तक का उछाल नहीं आता है, क्योंकि मुद्रा स्थिर होती है और इसका इस्तेमाल लेन-देन में किया जाता है। बिटकॉइन हाल ही में 11000 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था और वो इसके बाद गिरकर 9000 डॉलकर पर आ गया। हालांकि कुछ दिन बाद ही इसने 18000 डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया। कोई भी मुद्रा इस तरह का उतार-चढ़ाव नहीं आता है। ऐसी अस्थितरता सामान्यतया: किसी निवेश विकल्प में ही आ सकती है। जिस तरह से शेयर मार्केट पर निगरानी रखने के लिए सेबी जैसा नियामक स्थापित किया गया है लेकिन बिटकॉइन का कोई नियामक नहीं है। इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्राइवेट प्लेयर संचालित करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बिटकॉइन की खरीद डिजिटल माध्यम से की जाती है। ऐसे में अगर मान लीजिए कि कोई आपका सिस्टम हैक कर ले और आपका बिटकॉइन चुरा ले तो आप अपनी शिकायत किसे सुनाने जाएंगे।

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